रश्मि सिंह|Uttar Pradesh Rajya Sabha Elections: राज्यसभा चुनाव को लेकर कल बीजेपी और कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवारों कि लिस्ट जारी कर दी थी। राज्यसभा चुनाव को लेकर काफी नेता अपने ही पार्टी अपने ही पार्टी से नाराज दिख रहे है। अब खबर आ रही है कि उत्तर प्रदेश में सपा की एक राज्यसभा की एक सीट फंस गई है। बता दें कि, इस सीट को समाजवादी पार्टी के साथियों ने हीं फंसाई है और इसका फायदा अब बीजेपी को हो रहा है। इसके लिए पार्टी ने संजय सेठ के रुप में अपना इक्का फेंक दिया है। सूत्रों कि मानें तो बीजेपी संजय सेठ का राज्यसभा का 8वां उम्मीदवार बनाएगी और आज वो नामांकन कर सकते है। संजय सेठ समाजावादी पार्टी से ही बीजेपी में शामिल हुए है।
सपा का किसने बिगरा खेल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, अखिलेश यादव का राज्यसभा सीट के लिए जो खेल बिगड़ा है उसके पीछे है पीडिए। पहले आपको पीएड का मतलब समझा दें। इसमें P का मतलब पिछड़ा, D का मतलब दलित और A का मतलब अल्पसंख्यक है। अखिलेश यादव जिस पीडिए का नारा बुलंद करते है, उसी नारे पर उनके ही साथीयों ने उन्हें घेरने की कोशिश की है। अखिलेश यादव अपनी पूरी सियासी लड़ाई इसी नारे पर लड़ रहे है, लेकिन अब उन्होंने एक ऐसा फैसला किया है, जो उनके ही कुछ साथियों को रास नहीं आ रहा है। दरअसल, यूपी में राज्यसभा की 10 सीट खाली हो रही है, इसमें 3 सीट ऐसी है, जिस पर समाजवादी पार्टी का दावा है। इसके लिए उम्मीदवार भी उतार दिए गए है।
सपा के तीन उम्मीदवार के ऐलान पर क्यों भड़की पल्लवी पटेल
वहीं अब पल्लवी पटेल सपा के तीन उम्मीदवारों पर भड़की है। जिन पे पल्लवी भड़की है उनमें से एक है जया बच्चन, दूसरे है आलोक रंजन और तीसरे है रामजीलाल सुमन। तीनों ही उम्मीदवारों ने नामांकन भी भर दिया है। पल्लवी पटेल वो नेता है, जिन्होंने कौशांबी की सिराथू सीट से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव हराया था, इस लिहाज से देखा जाए तो वो काफी बड़ी नेता मानी जाती है। ऐसे में वो खुद का नाम उम्मीदवारों में ना देखकर भड़क उठी।