नई दिल्ली– साल के पहले दिन पहले इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया था, जिसपर विश्व हिंदू परिषद ने असहमति जताई है। वीएचपी ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि राम मंदिर का मामला पिछले 69 सालों से फंसा हुआ है, मंदिर निर्माण का इंतजार लंबे समय से हो रहा है, लेकिन मंदिर बन नहीं पा रहा है।
Vishva Hindu Parishad: Hindu society cannot be expected to wait till eternity for a court decision, only way forward is to enact a legislation clearing the way for the construction of a grand temple at the Ram janmbhoomi. pic.twitter.com/mCSEJ3vgm2
— ANI (@ANI) January 2, 2019
कानून लाओ और मंदिर बनाओ
विश्व हिंदू विश्व परिषद ने प्रेस वार्ता में कहा कि राम भक्त अनंत काल तक मंदिर बनने का इंतजार नहीं कर सकते। वीएचपी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून लाना चाहिए और इसी कार्यकाल में मंदिर का निर्माण कराना चाहिए। वीएचपी ने प्रेस वार्ता में यह भी कहा कि कुंभ में 31 जनवरी और 01 फरवरी को धर्म संसद बुलाई जाएगी।
‘कानून के तहत मंदिर का निर्माण’
बता दें कि मंगलवार को पीएम ने साल का पहला इंटरव्यू न्यूज एजेंसी एएनआई को दिया था, जिसमें उन्होंने राम मंदिर के निर्माण के लिए कानून बनाए जाने के सवाल पर कहा था कि मंदिर का निर्माण कानून के तहत ही होगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि 70 सालों से कांग्रेस मंदिर निर्माण में रोड़ा बनी हुई है।
वीएचपी की धर्म संसद
केंद्र सरकार पर दवाब बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद दो बार धर्म संसद बुला चुकी है। विश्व हिंदू परिषद ने नंवबर और दिसंबर में धर्म संसद बुलाई थी, जिसमें मंदिर निर्माण की चर्चा की गई थी। वीएचपी ने फिर केंद्र सरकार पर दवाब बनाने के लिए कुंभ में धर्म संसद बुलाई है।