नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बांटने और घाटी से धारा 370 को खत्म करने संबंधित विधेयक के राज्यसभा से पास होने के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती और उमर अब्दुल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले रविवार रात को दोनों नेताओं को नज़रबंद कर दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद महबूबा को गेस्ट हाउस ले जाया गया है। राज्य से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के प्रस्ताव के बाद केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है।
आपको बता दें कि राज्यसभा में जब गृहमंत्री द्वारा जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और घाटी से धारा 370 को खत्म करने संबंधित प्रस्ताव पेश किया गया, उसके बाद महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट कर सरकार के इस फैसले को असंवैधानिक बताया था और कहा था कि ये लोकतंत्र का काला दिन है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत ने कश्मीर से जो वादा किया था, उसे निभाने में भारत नाकाम रहा।
बता दें कि राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक के पक्ष में 125 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में महज़ 61 वोट पड़े। बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को लोकसभा में भी पेश कर दिया गया है, जहाँ से वो आसानी से पास हो जायेगा। दो सदनों से पास होने और राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद ये कानून बन जायेगा और जम्मू-कश्मीर में दशकों से चली आ रही धारा 370 खत्म हो जाएगी।