नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल को लेकर लोकसभा में चर्चा हो रही है। समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव ने भाषण के दौरान मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और इस फैसले का विरोध किया। इस दौरान उन्होंने एक किस्सा भी सुनाया।
अखिलेश ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि बादशाह ने एक बार दावत में कहा कि बैंगन की सब्जी अच्छी है तो उनके मंत्रियों ने भी सब्जी की तारीफ कर दी और बादशाह के साथी बीरबल ने भी ऐसा ही किया। लेकिन अगले ही दिन जब बादशाह की तबीयत खराब हुई तो उन्होंने बीरबल के सामने बैंगन की सब्जी की बुराई की। इसके बाद बीरबल ने भी ऐसा ही किया।
जब बादशाह ने सवाल किया तो बीरबल ने कह दिया कि वह बैंगन की नौकरी नहीं करते हैं, बल्कि बादशाह की नौकरी करते हैं। जो बादशाह कहेगा, वही मैं कहूंगा। अखिलेश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल ने भी ऐसा ही किया है।
उन्होंने कहा कि मेरे पड़ोसी सदन में ही मौजूद नहीं हैं। गृह मंत्री कह रहे हैं कि हमने इस प्रस्ताव को विधानसभा से पास कराया है। जिसपर अमित शाह ने बीच में टोका और कहा कि राष्ट्रपति ने अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए राज्यपाल को ही विधानसभा की ताकत दी है।
उन्होंने कहा किक मैं जिस आर्मी स्कूल से पढ़ा हूं वहां के कई साथी घाटी में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए हैं, मेरे साथी मेजर गोपिंदर सिंह राठौड़ को भी हमने खोया है। आप लोग कहते हो कि सत्तर साल में कुछ नहीं हुआ है तो क्या आप अपने 11 साल नहीं गिनते हैं।
सपा अध्यक्ष ने ये भी कहा कि गृह मंत्री जम्मू कश्मीर जैसी खुशी नगालैंड-मिजोरम-सिक्किम को लेकर क्यों नहीं देते। इन राज्यों को लेकर तो गृह मंत्री कोई एक्शन उठाते नहीं है।