नई दिल्ली : देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आज भारत रत्न से सम्मानित किया गया। तीन शख्सियतों की नाम की अनुशंसा भारत सरकार द्वारा की गयी, जिसमें प्रणब मुख़र्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख के नाम शामिल हैं। भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाज़ा गया है।
भारत रत्न से सम्मानित होने वाले देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बधाई दी। भूपेन हजारिका के बेटे तेज हजारिका ने उनके स्थान पर सम्मान ग्रहण किया। आपको बता दें कि हजारिका असम के बहुमुखी प्रतिभा के गीतकार, संगीतकार और गायक थे। हजारिका असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी रहे थे। हजारिका का जन्म असम के तिनसुकिया जिले की सदिया में हुआ था।
संघ के वरिष्ठ नेता रहे नानाजी देशमुख की जगह दीनदयाल रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमैन वीरेंद्रजीत सिंह ने सम्मान ग्रहण किया। नानाजी देशमुख को जनसंघ के स्थापकों में से एक माना जाता है। साल 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार बनी, तो उन्हें मोरारजी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। उन्होंने इसे ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा था कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग सरकार से बाहर रहकर कार्य करें। 60 साल की उम्र में उन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया था। 95 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।