नई दिल्ली : राहुल गाँधी की जगह सोनिया गाँधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुने जाने पर एक बार फिर कांग्रेस में परिवारवाद की बातों ने जोर पकड़ लिया है। इससे पहले ये कहा जा रहा था कि नेहरू-गाँधी परिवार से इस बार कोई अध्यक्ष नहीं होगा। वहीँ कांग्रेस पार्टी से सोनिया गांधी को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाये जाने पर बीजेपी ने भी कांग्रेस पर हमले बोलने शुरू कर दिए हैं।
सोनिया गाँधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाये जाने पर कानपुर के भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने चुटकी लेते हुये कहा कि अगर वो सत्ता में होती तो खुद को भारत रत्न घोषित कर चुकी होती। वो विपक्ष में है इसलिये खुद को कार्यवाहक अध्यक्ष घोषित करके उन्हें संतोष करना पड़ा। सांसद ने अपनी इस टिप्पणी को ट्विटर पर ट्वीट कर दिया।
सांसद के इस ट्वीट पर जब उनसे सोनिया गांधी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भावावेश में आकर त्याग पत्र दे दिया था। राहुल गांधी सफल नहीं रहे और वो किसी दूसरे को सत्ता देना नहीं चाहते थे। कांग्रेस की बागडोर नेहरू खानदान में ही रहे, नहीं तो उनका अस्तित्व समाप्त हो जायेगा, इसका डर सोनिया गांधी को था। इसलिये योजना बनाकर उन्हें कार्यवाहक अध्यक्ष बना दिया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से सोनिया गांधी को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाकर धोखा दिया जा रहा है। उन्ही को ही आगे अध्यक्ष बनाया जायेगा। सांसद ने आगे कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में होती तो जितने भी पुरूस्कार मिलते, उनको ही मिलते। क्योंकि उनकी हर संतान के नाम नेहरू खानदान के नाम पर है। भारत सरकार की जितनी योजनाये चली वो सब उन्ही के नाम पर है। उनको और कोई मिला ही नहीं, गांधी भी नहीं मिले। कांग्रेस के मुताबिक देश के लिये अगर किसी ने किया है तो पंडित जवाहर लाल नेहरू और उनके खानदान ने किया है, जबकि हकीकत ये है कि कांग्रेस ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया। देश में आतंकवाद को पनपा दिया और इसीलिये जनता ने इनकी विदाई कर दी।