नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में नियमों को ताक पर रख कर बनाई 400 से ज्यादा इमारतों को लेकर अब संबंधित अधिकारी भी कार्रवाई के घेरे में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन अधिकारियों की सूची मांगी है। नियमों को एक तरफ रखने वाले बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सीएम पहले ही निर्देश दे चुके हैं।
सीएम योगी ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों से शाहबेरी में अवैध निर्माण के समय तैनात रहे अधिकारियों की सूची मांगी है। इस सूची में 10 अधिकारियों के नाम प्राधिकरण ने शासन को भेजे है। इस से पहले संबंधित 22 पुलिस कर्मियों के नाम भेजे गए थे।
शाहबेरी में बिल्डरों ने बड़ी साठगांठ से 400 से ज्यादा इमारतों का निर्माण पिछले दिनों नियमों को ताक पर रख कर दिया। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पिछले साल एक इमारत के गिरने से 9 लोगों की जान चली गयी थी। उसके बाद जांच तो पता चला कि शाहबेरी में बड़ी सांठगांठ के चलते 400 से ज्यादा रेजीडेंसल ओर कमर्शियल इमारतों का निर्माण तो किया ही, साथ ही इन इमारतों में बने फ्लैट और दुकानें बेच भी दिए गए।
इस खुलासे के बाद सीएम योगी ने प्राधिकरण अफसरों की मीटिंग बुलाकर अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने और बिल्डरों पर FIR दर्ज कर NSA लगाने के आदेश दिए थे। साथ ही तत्कालीन प्राधिकरण अफसरों और पुलिस कर्मियों की सूची भी मांगी थी, जिस पर अब ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अफसरों ने JE से लेकर CEO तक के तत्कालीन सम्बंदित अधिकारियों की सूची शासन को भेजी है। अब माना जा रहा है कि सरकार इन अधिकारियों पर बड़ी कार्यवाही कर सकती है।