लखनऊ : योगी मंत्रिमंडल का पहला विस्तार आज हुआ, जिसमें 18 नए चेहरों को शामिल किया गया, जबकि 5 मंत्रियों का कद बढ़ाया गया है. योगी मंत्रिमंडल में पश्चिमी यूपी के विधायक सुरेश राणा का भी कद बढ़ा है. पश्चिमी यूपी के शामली से थानाभवन सीट से विधायक व पूर्व प्रदेश गन्ना मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेश राणा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. सुरेश राणा की गिनती बीजेपी के फायर ब्रांड नेताओं में होती है. सुरेश राणा के कैबिनेट मंत्री बनने पर उनके क्षेत्र में समर्थकों में ख़ुशी की लहर व्याप्त है.
भाजपा के शामली जनपद के कद्दावर नेता सुरेश राणा थानाभवन के चौधरान पट्टी निवासी हैं. उनकी शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट है. वह 2007 में भाजपा के टिकट पर शामली जनपद की थानाभवन विधानसभा से पहला चुनाव लड़े थे और बसपा के अब्दुल वारिस से चुनाव हार गए थे. 2012 में इन्होंने थानाभवन क्षेत्र से ही मामूली अंतर से राष्ट्रीय लोकदल के अशरफ खां को हराकर जीत हासिल की थी. 2013 में ये मुजफ्फरनगर के नगला मंदोर में ये एक सभा में भड़काऊ विवादित भाषण देकर सुर्खियों में आए थे. सभा के अगले दिन मुजफ्फरनगर व शामली में संप्रदायिक दंगे भड़क गए थे, जिसकी वजह से इन पर भड़काऊ भाषण देने पर रासुका लगाई गई थी और करीब 4 महीने तक यह जेल में रहे.
2017 के विधानसभा चुनाव में यह पुन: थाना भवन विधानसभा से से भाजपा उम्मीदवार के रूप में विजयी हुए और इन्होंने लगातार दो कार्यकाल तक जीत हासिल करने का रिकार्ड कायम किया. योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में यह गन्ना विकास मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार के मंत्री बनाए गए, साथ में इन्हें औद्योगिक विकास का विभाग भी दिया गया. अपनी कट्टरवादी हिंदुत्व विचारधारा और मुख्यमंत्री के नजदीक होने के कारण यह जनपद शामली में काफी चर्चित और लोकप्रिय भी रहे. क्षेत्र के कद्दावर नेता हुकम सिंह की मौत के बाद यह भाजपा के एकमात्र जनपद शामली के सर्वमान्य नेता बन गए.
बुधवार को लखनऊ में हुए मंत्रिमंडल विस्तार से पहले ही क्षेत्र की जनता ने इन्हें मंत्रिमंडल में कैबिनेट का दर्जा मिलने का अनुमान लगा लिया था. अपने कार्यकाल के दौरान इन्होंने देश में गन्ना उत्पादन में उत्तर प्रदेश को प्रथम स्थान दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की, इसके अलावा किसानों की प्रमुख समस्या गन्ना भुगतान में भी इन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. आज जैसे ही उनके समर्थकों को शामली में उनके कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की सूचना मिली तो उनके कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है और अधिकतर लोगों का कहना है कि राज्य मंत्री के रूप में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अपने कैबिनेट में जगह दी है.