देश की दो यूनियन टेरिटरीज़ को मिलाने की तैयारी
नई दिल्ली- देश में जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (Union Territories) में बांटने के बाद सरकार अब देश की दो यूनियन टेरिटरीज़ को मिलाने की तैयारी में है। केंद्र सरकार ने देश के पश्चिमी हिस्से में बसे दमन-दीव और दादर-नगर हवेली को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बनाने का विधेयक लोकसभा में पेश कर दिया है।
प्रदेशों को एक करने का ये बिल केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने किया पेश
संसद के दोनों सदनों से इस विधेयक को मंज़ूरी मिलने के बाद अस्तित्व में आने वाले नए केंद्र शासित प्रदेश का नाम दादर और नगर हवेली और दमन एवं दीव होगा। दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के मिलाकर एक करने का ये बिल केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने पेश किया।
दोनों द्वीपों के बीच महज 35 किलोमीटर की ही दूरी
केंद्र सरकार का कहना है कि देश के पश्चिमी तट पर बसे इन दोनों द्वीपों को एक किए जाने से प्रशासन बेहतर हो सकेगा। दोनों द्वीपों के बीच महज 35 किलोमीटर की ही दूरी है। लेकिन दोनों का अलग-अलग बजट तैयार होता है।
दमन और दीव में दो जिले हैं, जबकि दादर नगर हवेली में एक जिला है दोनों के एक केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद इसकी दो लोकसभा सीटें होंगी बॉम्बे हाई कोर्ट पहले की तरह ही यहां के विधिक मामले देखेगा। इसके अलावा दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारी यहां के कैडर में आएंगे। अन्य सभी कर्मचारी भी संयुक्त केंद्र शासित प्रदेश का हिस्सा होंगे।
1961 में दमन दीव पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ था
इनके इतिहास की बात करें तो दोनों ही केंद्र शासित प्रदेशों में लंबे दौर तक पुर्तगालियों का शासन था। दिसंबर, 1961 में दमन दीव पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ था। इसके बाद 1987 तक दमन दीव, गोवा केंद्र शासित का हिस्सा थे, लेकिन फिर गोवा के पूर्ण राज्य बनने पर ये अलग हो गया दादर नगर हवेली की बात करें तो यह दो अगस्त, 1954 को आजाद हुआ था, इसके बाद 1961 में ये भारत में शामिल हुआ था।