नोएडा : दिल्ली से सटे हाईटेक सिटी नोएडा (Noida) में एक बार फिर पुलिस की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। आरोप है कि 17 अगस्त से लापता हुए एक युवक को खोजने के बजाय पुलिस लीपापोती में लगी रही। पुलिस (Noida Police) कार्यवाही करने की बजाय परिजनों को लगातार गुमराह करने में लगी रही और जब परिजनों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया तो पुलिस हरकत में आई व आसपास के थाने में लापता युवक की तलाश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और पता चला कि लापता युवक का शव पास के ही एक थाने में लावारिस हालात में मिला था, जिसका पुलिस ने बिना किसी जांच-पड़ताल के अंतिम संस्कार करवा दिया। पुलिस की लापरवाही से परिजनों को अपने जवान बेटे का अंतिम समय मे मुँह भी देखना भी नसीब नहीं हुआ और न ही वो विधिवत उनका अंतिम संस्कार ही करवा पाए। पुलिस की इस लापरवाही से जहाँ परिजन बेहद परेशान है, वहीं अधिकारी अब जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
Noida : क्या है पुरा मामला ?
दरअसल सेक्टर 122 में रहने वाला 20 साल का विशाल 17 अगस्त को अचानक सेक्टर 45 से घर आने के बजाय लापता हो गया था। घर आते वक्त विशाल ने जल्द घर आने की बात कही थी, लेकिन विशाल घर पहुंचा ही नहीं। लापता विशाल की काफी खोजबीन की गई लेकिन विशाल का पता नहीं चला। थक हारकर विशाल के परिजनों ने नोएडा के सेक्टर 39 थाना में विशाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों ने गुमशुदगी का मामला तो दर्ज़ करवा दिया, लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और परिजन को गुमराह करते रहे कि वो खुद ही कही चला गया है। परिजनों ने कुछ लोगों के नाम भी पुलिस को बताए थे कि शायद उन्होंने ही उसके बेटे के साथ कुछ अनहोनी कर दी है, लेकिन पुलिस जैसे कान और आंख बंद करके बैठी हुई थी।
प्रदर्शन के बाद हरकत में आई पुलिस – सामने आई लापरवाही
रविवार को सुबह जब परिजनों ने 39 थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया तो पुलिस हरकत में आई और आसपास के थानों में लापता युवक की खोजबीन की गई। पता चला कि 17 तारीख को लापता हुए जिस विशाल के लिए परिजन जगह-जगह चक्कर काट रहे हैं, उस का शव पास के ही बिसरख थाना क्षेत्र में 18 तारीख को मिल गया था और बिसरख पुलिस की लापरवाही रही कि उसने किसी भी अन्य थाने से बिना तस्दीक किए ही विशाल के शव को लावारिस दिखाकर उसका अंतिम संस्कार करवा दिया।
पुलिसिया रवैये से नाराज परिजन – अधिकारियों ने कही कार्रवाई की बात
लिस की नाकामी की वजह से अपने जवान बेटे का अंतिम संस्कार भी उसके परिजन नहीं कर पाए। कार्रवाई की जगह पुलिस परिजनों को गुमराह करती रही और परिजन लगातार भाग-दौड़ करते, इस बात से अनजान कि जिस विशाल को वो ढूंढ रहे हैं, वो 18 को ही इस दुनिया को अलविदा कह चूका है। अगर सही समय पर पुलिस कुछ कार्यवाही करती तो कम से कम परिजनों को अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने का मौका तो मिलता ही। अब परिजनों को उम्मीद है कि नोएडा पुलिस लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए, विशाल के हत्यारों को सजा दिलाएं। वही पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि वह जल्द से जल्द इस मामले की जांच कर लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।