जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। विपक्ष ऐसी घटनाओं पर केंद्र सरकार को निशाने पर ले रहा है। इसी कड़ी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रतिक्रिया दी है। मांझी ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब देश में हर तरह के धार्मिक जुलूस पर रोक लगा दी जाए।
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बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) भी शामिल है। जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर लिखा है- अब वक्त आ गया है जब देश में हर तरह के धार्मिक जुलूस पर रोक लगा दी जाए। धार्मिक जुलूसों के कारण देश की एकता और अखंडता खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। इसे तुरंत रोकना होगा।
अब वक्त आ गया है जब देश में हर तरह के धार्मिक जूलूस पर रोक लगा दी जाए।
धार्मिक जूलूसों के कारण देश की एकता और अखंडता खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है।
इसे तुरंत रोकना होगा।@narendramodi @NitishKumar @AmitShah— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) April 17, 2022
जब राम पर दिया बयान
जीतन राम मांझी ने पिछले दिनों ये कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया था कि वे राम को नहीं मानते। राम कोई भगवान नहीं थे। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि तुलसीदास जी ने और वाल्मिकी जी ने अपनी बातों को कहने के लिए एक पात्र बनाया। इस पात्र के माध्यम से उन्होंने यथार्थ को इंगित किया है।
जीतन राम मांझी ने कहा था कि काव्य और महाकाव्य में बहुत सी अच्छी बातें हैं। उसको हम मानते हैं। हम तुलसीदास जी को मानते हैं, वाल्मिकी जी को मानते हैं। लेकिन राम को हम नहीं मानते हैं।