नई दिल्ली: देश में कोरोना का कहर जारी है ऐसे में सबको इंतजार सिर्फ वैक्सीन का है (Coronavirus India Vaccine) वैक्सीन बनाने पर काम युद्ध स्तर पर चल रहा है और अगले साल के शुरू में इसके बाजार में उपलब्ध होने की पूरी उम्मीद है, विश्व में कई सारी यूनिवर्सिटी वैक्सीन बनाने पर जोर दे रही हैं। भारत बायोटेक, सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और जायडस कैडिला देसी वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं। इसी बीच पीएमओ भी काफी ऐक्टिव हो चुका है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को टॉप अधिकारियों के साथ अहम बैठक की। इस दौरान पीएम ने अधिकारियों से सुझाव लिए और कुछ दिशा-निर्देश भी दिए। पीएम कोरोना वैक्सीन वितरण को लेकर काफी ऐक्टिव दिखे, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर अगले महीनों में मिल सकती है। पीएम मोदी ने चुनाव आयोजन की तरह टीका वितरण की ऐसी प्रणाली विकसित करने का सुझाव दिया, जिसमें सरकारी और नागरिक समूहों की प्रत्येक स्तर पर भागीदारी हो।
पीएम मोदी ने चुनाव प्रक्रिया की तरह ही वैक्सीन वितरण की योजना पर काम करने की सलाह दी है। दरअसल, जिस वक्त चुनाव होते हैं उस वक्त पूरा सरकारी विभाग मिशन मोड में काम करता है। नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया जाता है। इसके अलावा तमाम एनजीओ इसमें भाग लेते हैं और काम को आसान करते हैं। चुनावों में आम लोगों की भूमिका अहम होती है।भारत की आबादी 130 करोड़ से ज्यादा है। ऐसे में अगर कम समय में सबको वैक्सीन देनी है तो पीएम मोदी की ये सलाह बहुत जरूरी है।
पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि देश के भौगोलिक फैलाव और विविधता को ध्यान में रखते हुए टीके की पहुंच तेजी से सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वितरण और प्रबंधन में हर कदम ठोस तरीके से उठाया जाना चाहिए।