बयान के विरोध पर इमरान खान बोले- “यह मैं था”
Pakistan News: 24 अक्टूबर को केन्या में एक 49 साल के वरिष्ठ पाकिस्तानी पत्रकार अरशद शरीफ जब अपने भाई खुर्रम अहमद के साथ मगदी से नैरोबी जा रहे थे तब उनकी हत्या कर दी गई थी, मौत के बाद से इमरान खान के द्वारा मारे गए पाकिस्तानी पत्रकार को पाकिस्तान छोड़ने के लिये कहे जाने वाली बात काफी चर्चा में थी। जिसका काफी विरोध किया जा रहा था। विरोध के चलते पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पत्रकार अरशद शरीफ को देश से भागने के लिए कहने वाले हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हां, यह मैं था।” इमरान ने बुधवार को जोर देकर कहा, कि “भले ही वह अपने दावों पर कायम हैं, लेकिन किसी ने उनसे यह पूछने की हिम्मत नहीं की, कि उन्होंने पत्रकार शरीफ को जल्द से जल्द मातृभूमि छोड़ने की सलाह क्यों दी, मुझे किसी भी मंच पर बुला, मैं सभी विवरणों को प्रकाश में लाऊंगा।”
इमरान ने पाकिस्तान के प्रसिद्ध पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की निंदा
Pakistan News: पूर्व प्रधान मंत्री ने पाकिस्तानी प्रसिद्ध पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की निंदा करते हुए कहा, कि वह एक देशभक्त थे और उन्होंने पाकिस्तान के दर्द को महसूस किया है, जैसा कभी किसी ने नहीं किया था। उन्होंने कहा, ‘आज अगर देश उनके लिए खड़ा नहीं होगा तो हम में और जानवरों में कोई अंतर नहीं रह जाएगा। डेली टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई अध्यक्ष ने कहा, कि अरशद शरीफ सच्चाई के लिए खड़े हुए थे और उनके योगदान की कोई कीमत नहीं है। “पत्रकारिता में मैं अरशद शरीफ का सबसे ज्यादा सम्मान करता हूं और अरशद शरीफ की शहादत पर मुझे बहुत दुख है।” उन्होंने यह भी कहा कि पूरे पाकिस्तान में पत्रकारों को परेशान किया जा रहा है।