बड़ी ख़बर : मां के दूध से बन सकती है कोरोना की एंटीबॉडी, रिसर्च का दावा
वैश्विक महामारी कोरोना से अब तक लगभग लाख लोगो ने पनि जान गवां दी है और कई लाख लोग कोविड १९ के मरीज हैं। जी तरह से कोरोना निरंतर बढ़ता ही जा रहा है दुनिया भर के मेडिकल साइंस वैक्सीन बनाने में जुटे हैं।हलाकि , अब तक विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की लाख कोशिशों के बाद भी इसमें कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है। वैक्सीन बनाने के लिए रोज़ नए नए प्रयोग किये जा रहे हैं। इसी क्रम में अब मां के दूध से भी कोरोना के इलाज का दावा किया जा रहा है।
द जर्नल ऑफ क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी में शुक्रवार को एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित किया है। इस रिसर्च रिपोर्ट में दावा किया गया है कि , मां के दूध से एंटीबॉडी बनाकर उसका परीक्षण किया गया है। दरअसल इस रिसर्च से यह पता चला है कि संक्रमित महिला के स्तन के दूध में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी हो सकते हैं जो बच्चों को संक्रमण से बचा सकता है। इस रिपोर्ट के बाद संक्रमित महिलाओं से अनुरोध किया गया है कि वो अपने बच्चो को स्तनपान कराए।
द जर्नल ऑफ क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि दूध के माध्यम से वायरस का स्प्रेड नहीं होता है। और दूध में निश्चित तौर पर एंटीबॉडी हो सकता है। इस रिसर्च के हेड द इकना स्कूल ऑफ मेडिसिन के रेबेका पॉवेल ने कहा की यह रिसर्च बोर्न बेबी को संक्रमण से बचने में कारगर साबित होगा।
वहीं डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस का असर कुछ इस तरह हो रहा है कि कुछ बच्चों में दुर्लभ, जानलेवा लक्षण विकसित हो रहे हैं, जिसे शोधकर्ता “पीडियाट्रिक मल्टी-सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम कहा जा रहा है। इसे भी संभावित रूप से कोरोना वायरस से जुड़ा लक्षण बताया जा रहा है” डॉक्टरों को बहुत छोटे बच्चों में कई विकार नजर आ रहे हैं जो उनके शारीरिक अंगों को प्रभावित कर सकते हैं।