जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) को खेल के नियमों में संशोधन और नए नियम जोड़ने का ऐलान किया है। ये नए नियम 1 अक्टूबर 2022 से लागू होंगे।
गेंद पर थूक नहीं लगा सकेंगे गेंदबाज
नए नियमों के अनुसार, अब क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए खिलाड़ी थूक नहीं लगा सकते। MCC ने अब क्रिकेट में गेंद पर थूक के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है। पहले इसे केवल कोविड-19 की वजह से लागू किया गया था, लेकिन अब MCC इसे कानून बना रही है। गेंद पर अपनी लार लगाने के लिए खिलाड़ी शुगर वाले प्रोडेक्ट का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में गेंद पर लार का उपयोग उसी तरह माना जाएगा जैसे गेंद की स्थिति को बदलने के किसी अन्य अनुचित तरीके से किया जाता है।
आउट होने के बाद नया प्लेयर लेगा स्ट्राइक
MCC के नए नियम के मुताबिक किसी भी प्लेयर के आउट हो जाने के बाद मैदान पर आने वाला नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा, भले ही पिछले विकेट से पहले खिलाड़ियों ने स्ट्राइक ही क्यों न बदल ली हो। अभी तक था कि कैच आउट होने से पहले अगर शॉट खेलने वाला खिलाड़ी बॉलिंग एंड पर पहुंच जाता था तो नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकर एंड पर ही रहता था। अब किसी भी तरह से आउट होने पर नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने पहली बार द हंड्रेड लीग में इसका ट्रायल भी किया था।
मांकडिंग पर होगा रन आउट
ICC ने मांकडिंग को लेकर भी बड़ा बदलाव किया गया है। पहले यह क्रिकेट लॉ 41 के अनुसार खेल भावना के खिलाफ माना जाता था, लेकिन अब इसे लॉ 38, यानी रन आउट के तहत रखा जाएगा। यानी अब मांकडिंग ने रन आउट की शक्ल ले वैध हो गई।
मांकडिंग क्या है
यूं तो क्रिकेट में मांकडिंग नियम लागू होता आया है लेकिन इसे खेल भावना के खिलाफ माना जाता है। जब गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकिंग एंड का बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है और बॉलर अपना हाथ रोककर उस छोर की गिल्लियां गिरा देता है तो इसे मांकडिंग कहा जाता है। IPL में इस तरह से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज जोस बटलर ही थे। आर अश्विन ने जोस बदलर को आउट किया था।
मांकडिंग का इतिहास
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान भारत के वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के विल ब्राउन को इसी तरह से आउट किया था। इसके बाद से वीनू के सरनेम के आधार पर यह तरीका ‘मांकडिंग’ कहलाया।
क्रिकेट में यह नियम लागू तो होता है, लेकिन राय बंटी हुई है। कुछ जानकार और पूर्व खिलाड़ी इसके पक्ष में हैं तो कुछ का कहना है कि बल्लेबाज को आउट करने का यह तरीका खेल भावना के विपरीत है।
डेड बॉल में बदलाव
MCC ने डेड बॉल का पैमाना भी बदल दिया है। अब इसके नियमों में बदलाव का ऐलान हुआ है। मैच के मैदान में किसी व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु से किसी भी पक्ष को नुकसान होता है, तो यह डेड बॉल करार दी जाएगी। यानी अब मैदान पर अचानक से घुस जाने वाले फैंस या जानवर के आने से खेल पर असर पड़ता है तो इसे डेड बॉल करार दिया जाएगा।
चूंकि नए नियमों को इस साल 1 अक्टूबर के बाद ही लागू करने की बात हो रही है और इसी वक्त ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप भी होगा। ऐसे में वर्ल्ड कप नए नियमों के साथ होगा।