Stock Market Crash : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के ऐलान के बाद से शेयर मार्केट में कोहराम मचा हुआ है। भारी गिरावट के बाद शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ है। सोमवार, 7 मार्च को बाजार खुलते ही सेंसेक्स में करीब 3300 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। यह गिरावट एक्सपर्ट्स की तरफ से ब्लैक मंडे के अंदेशा लगाने के बाद हुई। सेंसेक्स में करीब 3300 अंक से ज्यादा की गिरावट यानी 4.70 फीसदी की नीचे चला गया है। जबकि निफ्टी में भी करीब 1000 अंक की गिरावट देखने को मिली। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैप 19.39 लाख करोड़ रुपये तक घट गया। यानी निवेशकों की संपत्ति में बाजार खुलते ही 19.39 लाख करोड़ रुपये की गिरावट देखने को मिली है।
सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट
- बीएसई सेंसेक्स 3379.19 अंक यानी 4.48 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 72,623
- निफ्टी-50, 1056.05 प्वाइंट्स यानी 4.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,848.40
एशियाई शेयर बाजारों पर संकट
एशियाई शेयर बाजारों में भी टैरिफ के चलते भारी हलचल देखने को मिल रही है। हांगकांग के बाजार में 10 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। वहीं चीन से लेकर जापान के बाजारों में 6 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। अमेरिका के बाजार में भी भूकंप मचा हुआ है। एसएंडपी और नैस्डैक के शेयरों में 3 प्रतिशत गिरावट आई। डाओ फ्यूचर्स 900 प्वाइंट्स नीचे खिसक गया।
कई देशों के बाजारों को लगा झटका
- ऑस्ट्रेलिया के एस एंड पी 200 में 6.5 प्रतिशत की गिरावट के सात 7184.70
- दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 5.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2328.52 पर रहा
- अमेरिकी नैस्डैक में शुक्रवार को करीब 7 फीसदी की गिरावट पर बाजार बंद हुआ
- जापान के निक्केई में मार्केट ओपन होते ही 225 प्वाइंट्स गिरावट दर्ज की गई।
एक्सपर्ट्स ने पहले ही जताई थी BLACK MONDAY की आशंका
हालांकि, एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह गिरावट तो बहुत ही मामूली सी है। आने वाले समय में अमेरिकी मार्केट का हाल साल 1987 जैसा हो सकता है। इससे पहले साल 2020 में अमेरिकी शेयर बाजार में शुक्रवार को लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक पुनीत सिंघानिया ने गिरते मार्केट को देखते हुए कहा कि, “यह हफ्ता भारतीय बाजारों के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। क्योंकि ट्रंप ने दुनिया के विभिन्न देशों पर शुल्क लगाया है, जिससे व्यापक व्यापार युद्ध और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाएं बढ़ गई हैं।
अमेरिकी टीवी पर्सनालिटी और मार्केट एक्सपर्ट जिम क्रेमर ने स्टॉक मार्केट को लेक उन्होंने कहा कि “सोमवार, 7 अप्रैल, 1987 की तरह शेयर बाजार के लिए सबसे बुरा दिन साबित हो सकता है। सीएनबीसी पर अपने शो Mad Money में इसे लेकर चेतावनी भी दी थी। ट्रंप ने उन देशों से संपर्क नहीं किया जिन्होंने जवाबी टैरिफ नहीं लगाए हैं, तो यह 1987 जैसा क्रैश हो सकता है