जनतंत्र डेस्क Political: उत्तराखंड चुनाव से पहले कांग्रेस ने बीजपी को तगड़ा झटका दिया है। क्योंकि बीजेपी की धामी सरकार में मंत्री यशपाल आर्य ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस के हाथ के साथ सफर आगे बढ़ाया है। यशपाल आर्य के कांग्रेस में आने से पार्टी बेहद उत्साहित है। जहां एक तरफ अंदरखाने में बीजेपी अब अपनी कमजोर कड़ियों को संभालने में जुट गई है, तो वहीं कांग्रेस फिर से सेंधमारी के अभियान में जुट रही है।
चुनाव की रणभेरी बजने से पहले ही बीजेपी की कच्ची कड़ियां भी टूटने लगी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेतृत्व पलके बिछाए यशपाल आर्य और उनके बेटे को लेकर आए। यशपाल आर्य को मंत्री बनाया तो बेटे को विधायक, आज दोनों ही बीजेपी को 440 वोल्ट का झटका देकर कांग्रेस में निकल गए। बीजेपी के ही अंदाज में कांग्रेस ने बीजेपी को जोर का झटका धीरे से दे डाला।
कांग्रेस नेता इस बात से बेहद उत्साहित हैं कि जो खेल बीजेपी ने शुरू किया था। अब कांग्रेस उस खेल में बीजेपी को ही मात देती नजर आ रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि बीजेपी ने 5 साल सरकार चलाई उन्हें अपने काम पर विश्वास होना चाहिए। लेकिन उन्हें तो खुद से ज्यादा उन्हें कांग्रेस के नेताओं पर विश्वास है। गणेश गोदियाल ने कहा कि बीजेपी को लगता है कांग्रेस के नेता आएंगे और उनकी नैया पार लगाएंगे। जो खेल बीजेपी ने शुरू किया कांग्रेस उसे खत्म करेगी।
Political: बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बीजेपी का कहना है कि 2017 का चुनाव पार्टी ने पीएम मोदी और संगठन के दम पर जीता था। इस बार का चुनाव भी बीजेपी डबल इंजन के दम पर जीतेगी। कांग्रेस पहले अपने अंदरूनी झगड़े सुलझा ले।
चुनावों से पहले पार्टियों के बीच जोड़तोड़ और इस्तीफों का सिलसिला कोई नई बात नहीं है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले अब जो खेल शुरू हो चुका है। वह चुनाव आते-आते किस मोड़ तक जा पहुंचेगा फिलहाल कहना मुश्किल है। लेकिन इतना जरूर है कि जनहित की दुहाई देते हुए निजी स्वार्थों के लिए दलबदल की और भी कई तस्वीर देवभूमि के दंगल में देखने को मिलेगी। बड़ा सवाल ये है राजनेताओं के आपसी फायदे में क्या देवभूमि की तस्वीर बदलेगी? उत्तराखंड में पलायन और बेरोजगारी जैसी बड़ी समस्या खत्म हो जाएगी? क्या कोई ऐसा जोड़-तोड़ है जिससे नेताओं का नहीं जनता का लाभ हो ?