नई दिल्ली : किसानों से जुड़ें विधेयकों को कल यानी रविवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा (Rajya Sabha Farmers Bill) लोकसभा में पहले ही इन दोनो बिलों को पारित किया जा चुका है, इन पारित हुए बिलो को लेकर देशभर के कोने – कोने से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है ऐसे में दोनों बिलों को प्रधानमंत्री ने किसानों का रक्षा कवच बताया, दरअसल, गुरुवार को ये दोनों बिल लोकसभा में पारित हो गए,और अब इस बिल को रविवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा, सरकार को उम्मीद है कि वो इस कृषि बिल को राज्यसभा से भी पास करा लेगी।
राज्यसभा में मोदी सरकार के पास बहुमत नहीं है
लेकिन राज्यसभा में मोदी सरकार के पास बहुमत नहीं है, हर बार उसे बिल पारित करवाने के लिए उन्य दलों पर निर्भर रहना पड़ता है,किसी भी विवादित बिल पर उसे उन दलों का सहारा मिलता रहा है जो न तो NDA का हिस्सा हैं और न ही UPA का, राज्यसभा में बीजेपी के पास बहुमत नही है लेकिन NDA के पास है, और अगर AIADMK, JDU, INDEPENDENT, NOMINATED, YSR और शिवसेना के राज्यसभा सांसद इस बिल का समर्थन करते तो हैं (Rajya Sabha Farmers Bill) तो ही ये बिल पास हो सकता है, क्योंकि अगर 1 भी पार्टी ने अपना समर्थन वापिस खींचा तो बीजेपी इस बिल को राज्यसभा में पारित नही करवा पाएगी।
जहां एक तरफ केंद्र सरकार किसानों के हित में इन बिलों को दोनों सदनों से पास करवाने में लगी हुई है तो दुसरी तरफ सभी विपक्ष दल के लोग एकजुट होकर सरकार द्वारा लाए गए इस बिल का विरोध करने में लगे हुए है वहीं किसानों ने सड़क रोको आंदोलन काआह्वान किया है हरियाणा में 20 सितंबर को सड़क रोको आंदोलन होगा,बिल के विरोध में किसान मज़दूर यूनियन 24 सितंबर से 26 सितंबर के बीच पंजाब में रेल रोको आंदोलन चलाएंगे,25 सितंबर को पंजाब बंद की अपील भी की गई है, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के घर के बाहर किसान धरना देंगे।