लोकसभा (Loksabha) में ऑपरेशन सिंदूर पर पक्ष और विपक्ष में चर्चा जारी है। 28 जुलाई को हुई चर्चा मे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor ) और पहलगाम आंतकी हमले पर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। तो वहीं, आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने लोकसभा को संबोधित किया और विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी (Pahalgam Terror Attack ) हमले पर चर्चा 28 जुलाई यानी सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन से शुरू हुई थी, जो रात 1 बजे तक चली थी। इस दौरान सदन में लोकसभा में उप नेता गौरव गोगोई ने सरकार से पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कई सवाल पूछे। तो वहीं ,आज कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सरकार पर तीखा वार किया।
‘पहलगाम हमला कैसे हुआ’ : प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने लोकसभा ( Loksabha) में आज सरकार पर जमकर हमला बोला,”कल रक्षा मंत्री एक घंटे तक बोले, इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, देश की रक्षा और इतिहास का पाठ भी पढ़ाया। लेकिन एक बात छूट गई- यह हमला कैसे हुआ?…”पहलगाम में 22 अप्रैल को एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था? क्या नागरिकों की सुरक्षा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है?”
सीज़फायर की घोषणा क्यों की गई’ : प्रियंका गांधी
“केंद्रीय गृह मंत्री ने आज पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी के कार्यों के बारे में बात की। उन्होंने मेरी मां के आंसुओं के बारे में भी बात की। लेकिन उन्होंने कभी यह नहीं बताया कि सीज़फायर की घोषणा क्यों की गई…”
गृह मंत्री मेरी मां के आंसुओं तक चले गए’…प्रियंका गांधी सीजफायर दागे सवाल
“केंद्रीय गृह मंत्री ने आज मेरी मां के आंसुओं के बारे में बात की। मैं इसका जवाब देना चाहती हूं। मेरी मां के आंसू तब बहे थे जब आतंकवादियों ने मेरे पिता को मार डाला था। आज, जब मैं उन 26 लोगों (पहलगाम हमले के पीड़ितों) के बारे में बात करती हूं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं उनका दर्द समझती हूं।”
उन्होंने सरकार पर ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा करने से बचने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यह सरकार हमेशा सवालों से बचने की कोशिश करती है। सरकार में देश के नागरिकों के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है। इनके दिल में जनता के लिए कोई जगह नहीं है। इनके लिए सब कुछ राजनीति और प्रचार है…”