तेज रफ्तार BMW कार ने बाइक को टक्कर मार दी, जिस पर वित्त मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह और उनकी पत्नी संदीप कौर सवार थे। हादसे में नवजोत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि BMW कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई।इस मामले में आरोपित ड्राइवर की पहचान गुड़गाँव निवासी गगनप्रीत कौर (मक्कड़) के रूप में हुई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहाँ से उसे दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। उस पर लापरवाह ड्राइविंग, जानलेवा हादसा कराने और सबूतों से छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
हादसे के बाद एक और विवाद सामने आया—नवजोत सिंह और उनकी पत्नी को नजदीकी अस्पताल ले जाने के बजाय करीब 20 किलोमीटर दूर पहुँचाया गया। परिवार का आरोप है कि अगर पास के अस्पताल में तुरंत इलाज होता, तो नवजोत सिंह की जान बच सकती थी। दिलचस्प बात यह है कि इस अस्पताल से गगनप्रीत कौर के परिवार का संबंध भी बताया जा रहा है, जिस पर अब जांच चल रही है ।
पुलिस ने घटना स्थल से लेकर अस्पताल तक की जांच तेज कर दी है। फॉरेंसिक टीम (FSL) ने कार और हादसा स्थल की बारीकी से जाँच की। साथ ही, अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट्स की प्रामाणिकता पर भी सवाल उठे हैं। CCTV फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि BMW ने तेज रफ्तार में पहले बाइक को टक्कर मारी और फिर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। यह केस अब दिल्ली की सड़कों पर लापरवाह ड्राइविंग और वीआईपी प्रभाव के इस्तेमाल को लेकर बड़ी बहस का विषय बन गया है।