सोमवार, 28 जुलाई 2025 को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh ) ने कहा कि भारतीय सेना ने अपने सभी लक्ष्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया और जिसके बाद भिखमंगा पाकिस्तान भारत से सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। जिसके बाद 12 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ ( DGMO) के बीच संवाद हुआ और भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई स्थगित की गई, क्योंकि भारत का उद्देश्य युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद को सबक सिखाना था। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने खड़े होकर सवाल किया, “तो आपने कार्यवाही रोकी क्यों?” इस टिप्पणी से सदन में हंगामा मच गया, और विपक्षी सांसदों ने शोर शुरू कर दिया और बहस को और भी गंभीर बना दिया।
भारत ने अपनी सेना को पूरी छूट दी थी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत ने अपनी सेना को पूरी छूट दी थी कि वे अपने हिसाब से दुश्मन को जवाब दें और भारतीय वायु सेना ने पाक के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया इसके बाद पाकिस्तान ने हार मान ली और युद्ध रोकने के लिए भारत से गुहार लगाई। राजनाथ सिंह ने जवाब में कहा कि ऑपरेशन रोका नहीं गया, बल्कि स्थगित किया गया है, और भविष्य में पाकिस्तान की किसी भी हरकत पर इसे फिर शुरू किया जा सकता है।
आपने कार्रवाई रोकी क्यों-राहुल गांधी
राजनाथ सिंह जब यह कह रहे थे कि ‘उन्होंने (पाकिस्तान) हमारे डीजीएमओ (DGMO) को फोन किया और कहा, ‘महाराज, अब रोक दीजिए सर; बहुत हो गया, और हमने उनकी बात मान ली, लेकिन एक शर्त के साथ…’, तभी राहुल गांधी ने उन्हें टोक दिया। राहुल गांधी तुरंत खड़े हुए और पूछा, ‘तो आपने (कार्रवाई) रोकी क्यों?’।
…जब नाराज हो गए राजनाथ सिंह
राहुल गांधी के सवाल से सत्ताधारी पार्टी के सांसद नाराज हो गए। राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी को बैठने का इशारा किया। उन्होंने कहा, ‘मैं विपक्ष के नेता को सवाल पूछने का अधिकार देता हूं, लेकिन उन्हें मेरा पूरा भाषण सुनना चाहिए।’ राजनाथ सिंह ने पहले कहा था कि भारत का इरादा सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था, युद्ध को बढ़ाना नहीं। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना के हमले के बाद, भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को फोन किया था। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें बताया कि हम युद्ध को खींचना नहीं चाहते… लेकिन वे हमारी बात नहीं समझे।’















