योगी के केसरी का तबादला हो गया है। जी हां, संभल जिले के चंदौसी में तैनात एसपी अनुज चौधरी को नई जिम्मेदारी दी गई है..योगी सरकार ने अब अनुज चौधरी को संभल से फिरोजाबाद ट्रांसफर कर दिया है..जहां वो एएसपी ग्रामीण का पद संभालेंगे..संभल जिले में अनुज चौधरी करीब 21 महीने तैनात रहे..इस दौरान उनके काम और जुबान दोनों चर्चा में रहे..संभल के हिंदु जहां उनके काम की तारीफ कर रहे है..वही मुस्लिम वर्ग चैन की सांस ले रहा है, जिस अफसर ने सुलगते संभल को संभाला..जिन्होने दंगाई को कड़ा पाठ पढ़ाया..दंगाइयों को कानून का कड़ा पाठ पढ़ाया। जिसने होली और जुमा पर रंगों से बचने के लिए मुस्लिमों को घर में रहने की नसीहत दे दी जिसका नाम सुनकर संभल के कट्टपंथि थर थर कांपते है..खौफ में आ जाते है..उस जाबाज अफ्सर का योगी ने क्यों ट्रांसफर कर दिया।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में लंबे समय तक तैनात रहे पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी का तबादला हो गया है। उन्हें फिरोजाबाद जिले में एएसपी ग्रामीण पद की जिम्मेदारी दी गई है। संभल में उनका कार्यकाल मिला-जुला रहा है। हालांकि संभल में 21 महीने की तैनाती में उनका काम और तरीका दोनों काफी चर्चा में था। उन्होंने अपने ट्रांसफर को एक रूटिन प्रक्रिया बताया और कहा कि संभल में काफी कुछ सीखने को मिला। वहीं संभल और यूपी में एक वर्ग उनके कार्यकाल की प्रशंसा कर रहा है तो दूसरा वर्ग उनके तबादले पर राहत की सांस ले रहा है। संभल के सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क ने उनको लेकर बड़ा बयान दे दिया है। सपा सांसद ने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई बहुत पहले हो जानी चाहिए थी। अब संभल के लोगों को राहत की सांस मिली है।
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि उनका ट्रांसफर नहीं, बल्कि उनके खिलाफ कार्रवाई बहुत पहले हो जानी चाहिए थी। हालांकि अफसोस, प्रमोशन के बाद ट्रांसफर हुआ है। सपा सांसद ने कहा कि उन्होंने संभल के अंदर माहौल खराब करने का प्रयास किया था, इसलिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी, जो संभल के अंदर हालात पैदा किये गए थे। चलिए देर से ही सही, संभल के लोगों को एक राहत मिली है। बताते चले कि चर्चित पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी का फिरोजाबाद जिले में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के पद पर तबादला कर दिया गया है। संभल हिंसा के बाद सीओ अनुज चौधरी अपने बयानों के चलते चर्चाओं में आ गए थे। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा 52 बार आता है। साथ ही एक दूसरे बयान में कहा कि हम पुलिस में मरने के लिए भर्ती थोड़ी हुए। जाहिल और अनपढ़ हम पर हमला करेंगे और हम कुछ नहीं करेंगे, पुलिस वालों के पीछे भी परिवार होता है।
एक कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था, हमारा पुलिस अधिकारी पहलवान है तो पहलवान जैसी ही बात करेगा। संभल हिंसा के बाद अनुज चौधरी को संभल से हटाकर चंदौली सर्किल की जिम्मेदारी दी गई थी। अब प्रमोशन के साथ उन्हें फिरोजाबाद में नई जिम्मेदारी दे दी गई है।इसके अलावा जुलूस में गदा लेकर चलना, भंडारे कराना और कुड़ा बीनने और भीख मांगने वाले बच्चों को कपड़े व जूते दिलाना, जिम में जाकर वीिडयो प्रसारित कराना आदि ने उन्हें चर्चित बना दिया। बच्चों इससे पहले रामपुर में तैनाती के दौरान उनकी सपा नेता आज़म खान से भी तीखी नोकझोंक सुर्खियों में रही।मूल रूप से मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव निवासी चौधरी 2002 से 2010 के बीच नेशनल गेम्स में दो सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती में देश का मान बढ़ाने वाले उन्होंने 1997 से 2014 तक नेशनल चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। खेल उपलब्धियों के लिए उन्हें 2001 में लक्ष्मण अवार्ड और 2005 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया। फिटनेस के प्रति सजग चौधरी विभाग में अपने सख्त और स्पष्ट अंदाज के लिए जाने जाते हैं।
फिरोजाब में अनुज चौधरी की धमक उनके चार्ज में लेने के बाद ही दिखेगी..अनुज चौधरी पहलवान है और अर्जुन पुरस्कार जीत चुके है, योगी सरकार को उम्मीद है संभल की तरह ही फिरोजाबाद में कानून को चुनौती देने वालों को अनुज चौधरी संभल वाले ही अंदाज में कंट्रोल करके रखेंगे..