नई दिल्ली। अमेरिका के टेक्सास में अपने छह साल के बेटे की हत्या कर फरार हुई सिंडी शैंड्रोज सिंह को आखिरकार भारत में गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी इतनी सामान्य नहीं थी। अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी FBI को उसकी तलाश में भारत आना पड़ा और आखिरकार भारतीय एजेंसियों के सहयोग से उसे दबोच लिया गया।
कौन है सिंडी शैंड्रोज सिंह?
सिंडी सिंह FBI के टॉप 10 मोस्ट वॉन्टेड की सूची में शामिल थी। उस पर आरोप है कि उसने अपने मासूम बेटे की हत्या की और फिर अमेरिका से फरार हो गई। यह मामला तब सामने आया जब टेक्सास डिपार्टमेंट ऑफ फैमिली एंड प्रोटेक्टिव सर्विसेज को मार्च 2023 में यह सूचना मिली कि बच्चे को 2022 से किसी ने नहीं देखा है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, सिंडी सिंह पर झूठ बोलने, अधिकारियों को गुमराह करने, और बच्चे की देखभाल में लापरवाही जैसे गंभीर आरोप सामने आने लगे। बाद में पता चला बच्चा 2022 से गायब है और संभवत: उसी समय उसकी हत्या कर दी गयी थी।
कैसे किया गया पर्दाफाश?
मार्च 2023 से चल रही जांच के बाद, 1 अक्टूबर 2024 को इंटरपोल ने सिंडी सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। इसके बाद इस नोटिस को सभी सदस्य देशों को भेजा गया, जिसमें भारत भी शामिल था। भारत सरकार को प्रत्यर्पण से संबंधित जरूरी दस्तावेज भी सौंपे गए थे।
दिल्ली से हुई गिरफ्तारी
FBI की जानकारी के अनुसार, सिंडी और उसका पति 6 साल के बेटे के साथ भारत के लुधियाना में छिपे थे। जुलाई 2025 में उनके भारत आने की जानकारी मिलने के बाद निगरानी बढ़ा दी गई और हाल ही में उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। FBI प्रमुख क्रिस पाटेल के अनुसार, भारत की स्थानीय एजेंसियों, न्याय विभाग और दिल्ली पुलिस के सहयोग से इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा, “हम टेक्सास में इस मामले की शुरुआत से जुड़े रहे, लेकिन इस केस को अंजाम तक पहुंचाने में भारत की भूमिका सराहनीय रही।”
सिर्फ हत्या ही नहीं, गंभीर मानसिक हिंसा के आरोप भी
जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि सिंडी सिंह ने अपने बेटे के साथ मानसिक और शारीरिक रूप से भी अत्याचार किया था। बच्चे में कई विकास संबंधी समस्याएं जैसे- ऑटिज़्म, सोशल डिसऑर्डर और इमोशनल इश्यूज़ जैसी गंभीर बीमारियां शामिल है लेकिन इसके बावजूद मां ने उसकी देखभाल में गंभीर लापरवाही बरती। एक रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सिंडी आखिरी बार नवंबर 2022 में अपने पिता के साथ मेक्सिको में देखी गई थी। इसके बाद वह भारत आ गई।
यह केस महज एक हत्या का नहीं है बल्कि यह एक माँ द्वारा अपने ही बच्चे की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ का मामला है। अमेरिका की सबसे बड़ी एजेंसी को इस केस में भारत आना पड़ा, जो अपने-आप में दर्शाता है कि अपराधियों को कहीं भी पनाह नहीं मिलने वाली। भारतीय एजेंसियों का सक्रिय सहयोग इस बात की मिसाल है कि अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर भारत की पकड़ भी अब बेहद मजबूत हो चुकी है।