8 लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तम कुमार रेड्डी ने दी घटना पर जानकारी
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ” उत्तराखंड के जोशीमठ में पिछले साल हुई सुरंग दुर्घटना में काम करने वाले विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है। इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीमें भी शामिल हैं। टीम ने सुरंग में फ्रेश एयर भेजने की व्यवस्था कर दी है। ताकी अंदर फंसे लोगों को सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो।
पीएम मोदी ने की घटना की जानकारी
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से फोन पर बातचीत कर हादसे की जानकारी ली है। साथ ही केंद्र से हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया है।
राहुल गांधी ने हादसे पर जताया दुख
लोकसभा में विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस टनल हादसे पर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने फंसे हुए 8 लोगों की सुरक्षा की उम्मीद जताई। राहुल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा “तेलंगाना में सुरंग की छत गिरने के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं अंदर फंसे लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। मुझे बताया गया है कि बचाव अभियान चल रहा है, और राज्य सरकार आपदा राहत टीमों के साथ खतरे में पड़े लोगों को शीघ्रता से वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।”
टनल के कौन-कौन फंसा ?
- दो इंजीनियर
- चार मज़दूर
- दो ऑपरेटर
कैसे हुआ हादसा ?
पीटीआई के मुताबिक, शनिवार सुबह 200 मीटर लंबी टनल में बोरिंग मशीन के साथ 50 से अधिक लोग सुरंग के अंदर गए। इसी दौरान सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया। जिसके बाद इन टनल में 8 लोग फंसे रह गए। जबकि 42 अन्य सुरंग के बाहरी गेट से भाग कर बाहर निकल गए। जानकारी के मुताबिक अचानक पानी के साथ मिट्टी बहकर आने लगी और सुरंग का ऊपरी हिस्सा बैठ गया। जिसके बाद पूरी टनल में मलबा जमा हो गया। इसी मलबे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भी परेशानी का सामना करना पड़ गया है।