Fake Embassy In Ghaziabad: देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद(Ghaziabad) में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एसटीएफ(STF)ने कवि नगर थाना क्षेत्र के एक मकान में अवैध रूप से कई देशों के दूतावास चलाने का पर्दाफाश किया है। बीते मंगलवार रात एसटीएफ ने छापेमारी कर मास्टरमाइंड हर्षवर्धन जैन नाम के व्यक्ति के गिरफ्तार किया।
आखिर कौन है हर्षवर्धन जैन
हर्षवर्धन जैन (Harshvardhan Jain) ने गाजियाबाद के कविनगर इलाके में एक मकान किराए पर लिया था। इसी मकान में हर्षवर्धन एक फर्जी दूतावास अधिकारी बनकर रह रहा था। उसके पिता का नाम जेडी जैन है। दूसरों पर अपना रौब झाड़ने के लिए उसने प्रधानमंत्री और पूर्व राष्ट्रपति के साथ अपनी मॉर्फ्ड तस्वीरें भी लगा रखी थीं। इसके अलावा उसकी कुछ तस्वीरें विवादित धर्मगुरु चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान खशोगी के साथ भी हैं। हर्षवर्धन जैन खुद को वेस्ट आर्कटिका, सबोर्गा, पौल्विया और लोडोनिया देश का एंबेसडर बताता था।
हर्षवर्धन जैन के दूतावास का भंडाभोड़
एसटीएफ(STF) को सूचना प्राप्त हुई कि कवि नगर क्षेत्र मे अवैध रुप से विभिन्न देशों के झंडे और गाड़ियों पर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगाकर दूतावास चलाया जा रहा है। दूतावास के जरिए लोगों से धोखाधड़ी की जा रही है। एसटीएफ कवि नगर थाने में सूचना देकर मंगलवार रात करीब 10.00 बजे दूतावास पर पहुंची। कवि नगर थाने से भी एक सब इंस्पेक्टर और एक सिपाही मौके पर पहुंच गए। यहां एसटीएफ को हर्षवर्धन जैन मिला। एसटीएफ द्वारा दूतावास में बने कार्यालय में हर्षवर्धन को बैठाकर पूछताछ की गई। हर्षवर्धन जैन द्वारा बताया गया कि वह कई वर्षों से देश -विदेश मे लोगों को काम दिलाने के नाम पर दलाली करता है। विदेशों में कई ऐसे लोग हैं जिन्होने माईक्रोनेशन के नाम पर स्वंयभू देश घोषित कर रखे हैं। ऐसे लोग हर देश में सरकार एवं निजी कंपनी के दलाली का काम करते हैं। जिनमें सेबोर्गा, वेस्ट अर्टिका, पौल्विया, लोडोनिया नाम के स्वयंभू देश घोषित कर रखे हैं।
क्या-क्या हुआ बरामद
एसटीएफ को छापेमारी में हर्षवर्धन के इस फर्जी दूतावास से राजनयिक नंबर प्लेट लगी हुईं चार लग्जरी गाड़ियां मिली हैं। इसके अलावा उसके पास से माइक्रोनेशन राज्यों के 12 राजनयिक पासपोर्ट मिले हैं। छापेमारी में दो फर्जी पैन कार्ड, विदेश मंत्रालय की मुहर लगे फर्जी कागजात, दो फर्जी प्रेस कार्ड, अलग-अलग देशों और कंपनियों की 34 नकली मोहरें,18 नंबर प्लेट और 44 लाख रुपये से भी ज्यादा कैश मिला है। लोगों को प्रभावित करने के लिए इसी तरह के कुछ फोटो उसने अपने कार्यालय में लगा रखे थे। मकान में उसके ससुर आनंद जैन, भाटिया मोड़ निवासी ईश्वर सिहं और घरेलू सहायक हेमंत कुमार राजवंशी भी मिले। ईश्वर और हेमंत को एसटीएफ ने गवाह बनाया। हर्षवर्धन जैन को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने कवि नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।