कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश की चुनावी प्रक्रिया पर एक बार फिर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव आयोग खुद वोट चोरी में शामिल है, और इस बार वे इसे “एटम बम की तरह फोड़ेंगे।” ANI को दिए इंटरव्यू में राहुल ने बताया कि ‘हमारे पास इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि चुनाव आयोग वोट चोरी में शामिल है….जो भी ऊपर से नीचे तक इस साज़िश में शामिल है भले ही रिटायर हो चुका हो उसे भी खोज निकालेंगे।”
कहां-कहां हुई गड़बड़ी? : राहुल गांधी का दावा
राहुल ने संसद परिसर और सोशल मीडिया पर कहा कि यह सिर्फ बिहार का मामला नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी संशयास्पद तरीके से एक करोड़ नए वोटर अचानक जोड़ दिए गए। कर्नाटक की एक लोकसभा सीट पर की गई 6 महीने की रिसर्च में “फर्ज़ी वोटर ऐड” और “पुराने वोटर्स को हटाने” के सुबूत भी मिलने की बात कही गई है।
SIR प्रक्रिया पर सवाल – SC, ST और अल्पसंख्यकों के वोट काटे गए?
राहुल गांधी ने बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को भी कठघरे में खड़ा किया है। उनका आरोप है कि SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक समुदायों के वोट इसी प्रक्रिया के नाम पर जानबूझकर हटाए जा रहे हैं। इसे उन्होंने “मैच फिक्सिंग” बताते हुए कहा कि विपक्ष इसका विरोध संसद से सड़क तक करेगा।
“वीडियोग्राफी मांगी, जवाब नहीं मिला” -चुनाव आयोग पर सीधा हमला
राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट और उसकी वीडियो फुटेज मांगी, तो उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी उनके दावों का समर्थन करते हुए घोषणा की कि 5 अगस्त को बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन होगा, जिसमें सबूत सौंपे जाएंगे।
#WATCH | Delhi: “We have open and shut proof that the Election Commission is involved in vote theft… Most importantly, whoever in the Elections Commission is involved in this exercise, right from top to bottom, we will not spare you. You are working against India and this no… pic.twitter.com/vrP5ZUZoym
— ANI (@ANI) August 1, 2025
BJP का पलटवार-“यह निराशा है, साजिश नहीं”
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के आरोपों को हताशा से उपजा झूठा प्रोपेगैंडा बताया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसे “राजनीतिक शिगूफा” करार दिया। चुनाव आयोग ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मतदाता सूची की समीक्षा पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष थी। आयोग ने ये भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस ने कभी औपचारिक शिकायत नहीं की।