कन्नौज के छिबरामऊ में शुक्रवार दोपहर एक सिरफिरे युवक ने अपनी पत्नी के घर में घुसकर सौतेले बेटे को तमंचे की नोक पर बंधक बना लिया। आरोपी दीपू अपनी प्रेमिका को वापस बुलाने की जिद पर अड़ा रहा और बच्चे की जान लेने की धमकी देता रहा। करीब छह घंटे चले ऑपरेशन के बाद पुलिस ने बच्चे को सकुशल छुड़ा लिया और घायल आरोपी को अस्पताल भेजा गया।
कन्नौज के छिबरामऊ की काशीराम कॉलोनी शुक्रवार दोपहर उस समय दहल गई जब एक सिरफिरे आशिक ने अपनी पत्नी के घर में घुसकर अपने सौतेले बेटे को तमंचे की नोक पर बंधक बना लिया। आरोपी बार-बार बच्चे की जान लेने की धमकी देता रहा और प्रेमिका को वापस बुलाने की जिद पर अड़ा रहा। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और पूरी कॉलोनी को छावनी में तब्दील कर दिया गया। समझते हैं मामला।
4 माह पहले हुई थी शादी
जानकारी के मुताबिक, छिबरामऊ के सलेमपुर निवासी दीपू काशीराम कॉलोनी में रहने वाली विधवा अर्चना पर आ गया था। अर्चना अपने तीन बच्चों के साथ रहती थी। दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा और करीब चार महीने पहले कोर्ट मैरिज कर ली। लेकिन शादी के बाद अर्चना उससे अलग होकर बच्चों के साथ रहने लगी, जिससे दीपू बौखलाया हुआ था।
बच्चों को बनाया बंधक
शुक्रवार दोपहर दीपू अचानक अर्चना के घर पहुंचा और उसके दो बच्चों को बंधक बना लिया। उसने 8 वर्षीय बेटे की गर्दन पर तमंचा रख दिया और पुलिस को बार-बार धमकाने लगा कि यदि उसकी बात नहीं मानी गई तो वह बच्चे को गोली मार देगा। इस दौरान बेटी ने बहादुरी दिखाते हुए मौके से भागकर खुद को सुरक्षित कर लिया, लेकिन बेटा दीपू के कब्जे में ही फंसा रहा।
पुलिस ने घेरा डाला
सूचना मिलते ही एएसपी अजय कुमार और सीओ सुरेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कई थानों की फोर्स ने कॉलोनी को घेर लिया। पुलिस लगातार आरोपी को समझाने की कोशिश करती रही लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा।
6 घंटे चला ऑपरेशन
करीब छह घंटे तक चली मशक्कत और वार्ता के बाद भी दीपू मानने को तैयार नहीं हुआ। अंधेरा होते-होते स्थिति और गंभीर हो गई। आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। गोली लगने से आरोपी घायल होकर गिर पड़ा। इसी बीच पुलिस ने बच्चे को सकुशल निकाल लिया।
राहत की सांस
बच्चे के सुरक्षित निकलने के बाद पुलिस और परिवार ने राहत की सांस ली। घायल आरोपी को पुलिस ने तत्काल अस्पताल भेजा। इस पूरे ऑपरेशन की कमान एएसपी अजय कुमार ने संभाली। यह सनसनीखेज घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।