बहुत ही शर्मसार घटना सामने आई है.. मध्य प्रदेश के दमोह जिले से इंस्टाग्राम पर तंज करने के लिए एक OBC युवक को ब्राह्मण युवक का पैर धोकर पीने के लिए कथित तौर पर मजबूर होना पड़ा,बैठक में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी, इस घटना का एक वीडियो बनाया गया जिसमें घटना के दौरान युवक यह कहता हुआ सुना जा सकता है, कि हम ब्राह्मणों की पूजा इसी तरह से करते रहेंगे.. घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. कांग्रेस ने इसे संविधान विरोधी बताते हुए सरकार पर सवाल उठाए हैं, जिस ब्राह्मण युवक का पैर धुलवाया गया, उस पर ग्राम पंचायत द्वारा गांव में लगाई गई शराब बंदी में भी शराब बेचने के आरोप थे,इसको लेकर इंस्टाग्राम पर पीड़ित कुशवाहा समाज के युवक ने एक तंज करने वाला AI इमेज डाल दिया था, मामला दमोह जनपद के पंचायत पटेरा ग्राम सतरिया का है.. जहां के निवासी और पिछड़े वर्ग से आने वाले पुरुषोत्तम कुशवाहा नाम के एक युवक ने इंस्टाग्राम पर एक AI जेनरेटेड पोस्ट की जिसमें ब्राह्मण समुदाय के युवक अनुज पांडे को जूते की माला पहने दिखाया गया था.अनुज पांडे पर गांव में शराब की बिक्री पर बैन लगाने के बावजूद इस बैन का उल्लंघन करते हुए शराब बेचने का आरोप लगा। इसके बाद गांव की पंचायत ने उन्हें गांव में घूम-घूम कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का आदेश दिया। साथ ही, पांडेय पर 2100 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। इसी संदर्भ में कुशवाहा ने एआई द्वारा बनाई गई फोटो बनाकर पांडे का मजाक उड़ाते हुए पोस्ट कर दिया।
कुशवाहा ने 15 मिनट के अंदर ही पोस्ट हटा दिया और माफी मांगी, लेकिन इससे गांव में आक्रोश फैल गया। बाद में गांव में बैठक की गई और कुशवाहा को सजा दी गई, सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके इस वीडियो में कुशवाहा को पांडे के पैर धोता दिखाया गया.. वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, कि मैं ब्राह्मण समुदाय से माफी मांग रहा हूं, ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी.. हम ब्राह्मण की ऐसे ही पूजा करते रहेंगे,सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि कुशवाहा को पांडे के पैर धोने के बाद, उस पानी को पीने के लिए मजबूर किया गया NDTV की एक रिपोर्ट में भी यह बात कही गई है… हालांकि सोशल मीडिया के वायरल वीडियो में पानी पीता नहीं दिखाया गया है,लेकिन बाद में पानी पिलाया गया ऐसा गांव वालों का भी कहना है,पूरी घटना ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों और कुशवाहा समाज के सदस्यों की मौजूदगी के बीच हुई. यह व्यक्तिगत झगड़ा जल्द ही समुदायों के बीच बढ़ गया. दमोह पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा की वीडियो का संज्ञान लिया गया है FIR दर्ज की गई है|
इस घटना पर दोनों पक्षों में शांति बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों को प्रतिबद्ध किया जा रहा है.. क्षेत्र में पुलिस लगातार गश्त कर रही है. राजनीतिक तूल पकड़ने के बाद पूरे मामले को दबाने की भी कोशिश हो रही है.पांडे ने दावा किया है, कि उनके और कुशवाहा के बीच गुरु-शिष्य का रिश्ता है और कुशवाहा ने अपनी मर्जी से उनके पैर धोए थे। पांडे ने कहा, “उन्होंने अपनी गलती के लिए माफी मांगी है। अगर कुशवाहा समुदाय को मेरे पैर धोने से ठेस पहुंची है, तो मैं उनसे माफी मांगता हूं।” उन्होंने आगे कहा कि उनका मानना है कि इस वीडियो को “ओबीसी पृष्ठभूमि के लोग राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं।”. पांडे का यह बयान सामुदायिक अपमान से अलग हटकर व्यक्तिगत बनाने का प्रयास बताया जा रहा है,कुशवाहा और उसका परिवार कथित तौर पर डर के साए में है.भारत में जातिगत भेदभाव का काला साया उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों तक फैल चुका है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के ऊपर फेंका गया जूता हो,या फिर हरियाणा केटर के एक आईपीएस अधिकारी पुरन कुमार सुसाइड मामला हो, या गोवा में एक आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता रमा कंकोणकर पर सरेआम हमला, या फिर रायबरेली में दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या का मामला, यह तमाम मामले यह दर्शा रहे हैं कि दलित और पिछड़ों का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है |
हम इन सभी मामलों को एक सेलिंग में देखेंगे तो उत्तर प्रदेश में एक दलित युवती के साथ व्यभिचार हुआ. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2024-2025 की रिपोर्ट बताती है कि देश में दलितों के खिलाफ 13% की वृद्धि हुई है. इसमें उत्तर प्रदेश राजस्थान, मध्य प्रदेश शीर्ष स्थान पर हैं. जुलाई 2024 में उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती में दलित युवक को मूत्र पिलाया गया. मध्य प्रदेश में पुलिस की यातना जैसे मामले सामने आए. ह्यूमन राइट्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दलितों पर हमले होते रहते हैं. गौरतलब है कि सभी प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या इन प्रदेशों में किसी को कानून का डर नहीं है. दलित चिंतकों का कहना है, कि आरोपी गिरफ्तार हो रहा है, दोनों परिवारों को बाउंड कर दिया गया है.. इस तरह की कार्रवाई दिखाकर सभी मामलों में सांप जाने के बाद पुलिस लाठी पीटती है, जबकि ऐसे मामले होते ही क्यों हैं इस मामले पर कांग्रेस ने इसे संविधान विरोधी बताते हुए सरकार पर सवाल उठाए हैं |