नई दिल्ली: भारतीय रेल मंत्रालय द्वारा ये फैसला लिया है कि भारतीय रेलवे संचालन को निजी हाथों में सौंपा जाएगा जिसमें 150 ट्रेनों और 50 स्टेशनों को वरीयता के आधार पर विश्व स्तर का बनाए जाने के लिए और 400 रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तर का बनाए जाने के लिए भी कहा गया है।
इस फैसले के दौरान नीति आयोग ने कहा कि भारतीय रेलवे संचालन को निजी हाथों में सौंपने के बाद एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। वहीं इसे लेकर नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव को इस बारे में पत्र भी लिखा है।
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस के बाद सरकार द्वारा ये फैसला लिया गया है इससे पहले तेजस प्राइवेट सेक्टर ट्रेन थी जोकि 6 अक्टूबर से लखनऊ से नई दिल्ली रवाना हुई थी।इस कार्य में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाई जाएगी ताकि भारतीय रेलवे संचालन को व्यवस्थित तरीके से रखा जा सके।निजी कंपनी भी इस प्रोजेक्ट को लेकर दिलचस्पी दिखा रहीं हैं और भारतीय रेलवे के सामने प्ररपोजल रख रहीं हैं।