लखनऊ- हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के पांचवें दिन मंगलवार को मुख्य आरोपियों अश्फाक पठान और मोइनुद्दीन पठान को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से अरेस्ट किया गया है। दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है, मास्टरमांइड राशीद ने दोनों शुटरों को 70 हजार रुपये दिए थे।
गुजरात से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया
मिली जानकारी के मुताबिक, तिवारी हत्या के बाद दोनों शुटरों ने कर्नाटक के एक शख्स को फोन करके वकील और सरेडंर करने की व्यवस्था करने की बात कही। लेकिन वो खुद को सरेडंर करते इससे पहले ही पुलिस ने गुजरात से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के चलते सरेंडर करने का प्लान कामयाब नहीं हुआ।
डीजीपी ने किए सवाल
सरेडंर का प्लान कामयाब न होने पर दोनों आरोपी शाहजहांपुर भाग गए थे। अश्फाक ने अपनी पत्नी को फोन करके बात की, तो उसकी पत्नी ने गुजरात आने को कहा जैसे ही दोनों गुजरात पहुंचे पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।यूपी पूलिस के डर से दोनों आरोपी अब तक भागते रहे, उन्होंने कहा 15 मिनट से ज्यादा हम कहीं रुक नही पाए। डीजीपी ने सवाल किया क्या एनकांउटर का डर था? जवाब में उन्होंने बताया कई तरह के डर थे, जैसे ढाई-लाख का इनाम, साथ में एनकाउंटर का डर, उन्हें सांस लेने का मौका भी नहीं मिला।
एसटीएफ की सूत्रों की मानें तो इन लोगों ने अपने फुटप्रिंट्स जानबूझकर छोड़े हैं। इन्होंने अपने ओरिजिनल आईडी पर सिम लिए, ओरिजिनल आईडी पर होटल में कमरे बुक किए, कहीं भी सीसीटीवी से मुंह छुपाने की कोशिश नहीं की और हर जगह अपने फुटप्रिंट्स छोड़ते गए।