बेंगलुरु: कर्नाटक में तूफान आने से यहां के निवासियों की दिवाली को ख़राब कर सकता है। मौसम विभाग ने रविवार यानी 27 अक्टूबर को कर्नाटक में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका बताई है। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के निदेशक जी.एस. श्रीनिवास रेड्डी ने शनिवार को कहा कि पश्चिम की ओर बढ़ता चक्रवाती तूफान भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ राज्य के तटीय इलाकों में दस्तक देगा और दो दिनों तक जनजीवन को प्रभावित करेगा।
वहीं कहा जा रहा है कि इस बारिश और तूफान से यहाँ की दिवाली में परेशानियां भी आ सकती हैं। वहीं राज्य सरकार ने दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ तटीय जिलों में रेट अलर्ट जारी कर दिया है। हालांकि शनिवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहे और बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया। रेड्डी ने कहा कि अगले 24-48 घंटों में साउथ इंटीरियर, नॉर्थ इंटीरियर इलाकों और अन्य जगहों में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ दिवाली के त्यौहार को फीका कर सकता है।
वहीं रेड्डी ने ये भी कहा कि श्रीलंका में मौसम की एक नई स्थिति विकसित हो रही है, लेकिन शायद यह कर्नाटक को उतना प्रभावित न करे, जितना यह केरल और तमिलनाडु को कर सकती है। वहीं सरकार ने एडवाइजरी जारी कर मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। भारतीय तट रक्षक विभाग का कहना है कि पश्चिमी तट पर बचाव अभियान चलाया जा चुका है। लोगों को बचाने के लिए हर संभावित प्रबंध किए जा रहे हैं, रक्षा बोट भी तैयार की गई हैं।
वहीं देखा जाये तो महाराष्ट्र में भी तटवर्ती इलाकों में चक्रवाती तूफान के चलते बारिश हो रही है। पालघर जिला कलेक्टर कैलाश शिंदे ने मछुआरों को समुद्र तट पर नहीं जाने की चेतवानी दी है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस तूफ़ान का मुंबई पर कोई असर नहीं होगा। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक़, चक्रवाती तूफ़ान अब ओमान की तरफ जा रहा है, इसलिए इसका खतरा कम हुआ है।
महाराष्ट्र के तटीय जिलों रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर चक्रवाती तूफान तेजी से उठ रहा है, जिसका केंद्र मुंबई के रत्नागिरि से लगभग 200 किलोमीटर वेस्ट में है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले पांच दिनों में यानि 31 अक्टूबर तक यह चक्रवाती तूफान ओमान तट की ओर बढ़ेगा।