भोपाल त्रासदी में लाखों को ज़िन्दगी देने वाले अब्दुल जब्बार का निधन
नई दिल्ली : भोपाल गैस त्रासदी में लाखों लोगों को नई ज़िन्दगी देने वाले अब्दुल जब्बार का गुरूवार रात निधन हो गया। वो काफी समय से बीमार चल रहें थे। इन्होंने इस त्रासदी में अपने माता-पिता और भाई को भी खो दिया था। इनके निधन की खबर सुनकर भोपाल के लोगों में काफी दुखी है। बता दें कि अब्दुल जब्बार ने त्रासदी में पीड़ितों को न्याय दिलाने के काफी लंबी लड़ाई लड़ी थी।
इनकी बीमारी का हाल जानने के लिए कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। इस त्रासदी में इनके फेफड़े और आंख पर असर हुआ था, जिसके कारण इनको एक आंख से दिखता भी नही था। मध्यप्रदेश सरकार ने इनके इलाज का खर्च उठाने का एलान किया था।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि भोपाल गैस त्रासदी के बाद हज़ारों पीड़ितों के हितो के लिए सतत संघर्ष करने वालें अब्दुल जब्बार भाई का हाल ही में बीमार होने पर चल रहें इलाज का सारा खर्च सरकार ने वहन किया, और आगे भी सरकार उनके इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी, उनके साथी चिंतित ना हो।
अब्दुल जब्बार एऩजीओ के ज़रिए भोपाल गैस त्रासदी में पीड़ित परिवारों की मदद करते थे। बता दें कि भोपाल गैस त्रासदी एक ऐसी घटना थी, जो आज भी लोगों का दिल दहला देती हैं। इस घटना में करीब पंद्रह हज़ार लोगों की जान चली गई थी। साथ ही बहुत से लोग शारिरिक अपंगता और अंधेपन का भी शिकार भी हो गए थे।
3 दिसंबर 1984 में भोपाल में एक बहुत ही खतरनाक घटना हुई थी, जिसे भोपाल गैस त्रासदी कहा जाता है। बता दें कि भोपाल के यूनियन कार्बाइड कंपनी के कारखाने में ज़हरीली गैस (मिथाइल आइसोसाइनाइ ) गैस का रिसाव का रिसाव हुआ था। इस गैस का उपयोग कीटनाशक बनाने के लिए किया जाता है।