NRC पर बोले Amit Shah
नई दिल्ली- आज केंद्रीय गृह मंत्री ने NRC और आर्टिकल 370 हटाने पर राज्यसभा में बयान दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद वहां के हालातों को लेकर दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के हालात अब सामान्य हो गए हैं।
धर्म के आधार पर NRC भेदभाव को बताया गलत
अमित शाह ने धर्म के आधार पर NRC में भेदभाव को गलत बताया। शाह ने कहा कि NRC के आधार पर नागरिकता की पहचान सुनिश्चित की जाएगी और इसे पूरे देश में लागू करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म विशेष के लोगों को इसके कारण डरने की जरूरत नहीं है। ये एक प्रक्रिया है जिससे देश के सभी नागरिक एनआरसी लिस्ट में शामिल हो सकें।
वकील का पूरा खर्चा असम सरकार उठाएगी
वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि एनआरसी लिस्ट में नाम न होने के बाद अदालती कार्रवाई के लिए अगर किसी व्यक्ति पर केस लड़ने के लिए पैसा नहीं है तो उसके वकील का पूरा खर्चा असम सरकार उठाएगी। बता दें कि कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने राज्यसभा में NRC को लेकर सवाल पूछा था।
370 हटने के बाद नहीं हुई पुलिस फायरिंग में किसी व्यक्ति की मौत
अमित शाह ने बताया कि 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटने के बाद से पुलिस फायरिंग में कश्मीर के किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। उन्होंने सदन को बताया कि घाटी में सही समय पर इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई । उन्होंने बताया, ‘इंटरनेट भी कई सालों तक रोका गया साल 2002 में वहां इंटरनेट की परमिशन दी गई।
वहीं दूसरी ओर अमित शाह ने सदन में मौजूद सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए कहा पूरे देश में मोबाइल लगभग 1995-97 के आसपास आया और कश्मीर में मोबाइल 2003 में बीजेपी सरकार ने पहली बार शुरू किया, तब तक सुरक्षा कारणों के कारण शुरू नहीं किया गया था।