JNU बवाल पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का विपक्ष पर प्रहार
नई दिल्ली : दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी Jawaharlal Nehru University कैंपस में कल रात दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई थी, आपसी भिड़ंत होने की वजह से कल कॉलेज परिसर में हिंसा का माहौल देखने को मिला और इस हिंसा के दौरान काफी छात्र घायल हो गए है और कॉलेज के छात्र एक दूसरे पर आरोप –प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए है , और इस हिंसा को देखते हुए कॉलेज के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए है, भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा
बता दें कि जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है ,सभी विपक्ष इस बीच केंद्र सरकार central government को घेरने में लगे हुए है, जेएनयू के छात्रों का साथ देने के लिए इस हिंसा के विरोध में तमाम कॉलेजों के छात्र भी शामिल हो गए है। कई नेताओं ने ट्वीट करके भी सरकार को घेरने की कोशिश की। वहीं केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि इस पर राजनीति न की जाए
मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा
JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 6, 2020
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती Supremo Mayawati जेएनयू हिंसा को ‘शर्मनाक’ करार दिया, वहीं मायावती ने जेएनयू हिंसा पर ट्वीट करते हुए कहा- जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति निंदनीय और शर्मनाक है, केन्द्र सरकार को इस पूरे मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, घटना की न्यायिक जांच की जाए तो यह बेहतर रहेगा।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा
JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है. इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 5, 2020
बता दें कि JNU में बवाल को लेकर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने ट्वीट कर कहा कि, JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है, इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिए।
स्मृती ईरानी ने विपक्ष पर सधा निशाना
- JNU बवाल पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का बयान
शिक्षण संस्थानों को राजनीति अखाड़ा ना बनाया जाए’
वहीं JNU में हो रहे दंगे फसाद को लेकर स्मृती ईरानी Smriti Irani ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो मुझे पता चला है। एक इंवेस्टीगेशन लॉच हुई है, किसी भी संवैधानिक पद पर रहते हुए किसी भी इंवेस्टीगेशन पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, साथ ही ईरानी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा ना बनाया जाए, राजनीति का अखाड़ा और राजनीति मोहरे की तरह इस्तेमाल छात्रों का नहीं होना चाहिये।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा
#JNU में हुई हिंसा अत्यंत चिंताजनक व दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं परिसर में हुई हिंसा की कड़ी निंदा करता हूँ। मैं सभी विद्यार्थियों व प्राध्यापकों से विश्वविद्यालय के परिसर में शांति बनाए रखने की अपील करता हूँ। विश्वविद्यालय ज्ञान का मंदिर होता है जहां हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
— Keshav Prasad Maurya (मोदी का परिवार) (@kpmaurya1) January 6, 2020
- JNU बवाल पर केशव प्रसाद मौर्य का बयान
- ‘शिक्षण संस्थानों में इस तरह की घटना का औचित्य नहीं’
- ‘ABVP को निशाना बना रहे हैं कुछ संगठन’
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या Keshav Prasad Maurya ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान में इस तरह की घटना का कोई औचित्य नहीं है, और कुछ लेफ्ट के संगठन योजनाबद्ध तरीके से ABVP को निशाना बना रहे हैं।