Lockdown Benefits : दिल्ली की हवाओं में घुला जहर हुआ खत्म
नई दिल्ली : पीएम मोदी द्वारा (PM Modi) देश भर में 21 दिनों की लॉकडाउन (India Lockdown) की घोषणा के बाद देश की रफ़्तार मानो थम सी गई है। कल तक गुलज़ार रहने वाले शहरों के चौराहों पर आज सन्नाटा देखने को मिल रहा है। जो लोग लॉकडाउन का उल्लंघन (Violation of Lockdown) कर रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस का एक्शन मोड देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन के कारण मजदुर वर्ग के लोगों के सामने पेट भरने की समस्या उत्पन्न हो गई है, हालांकि सरकार का कहना है कि गरीबों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए तमाम तरह के कदम उठाये जा रहे हैं। लॉकडाउन ने भले ही देश की रफ़्तार पर ब्रेक लगा दिया हो, लेकिन इस वजह से देश ने एक समस्या पर फतह हासिल कर ली है (Lockdown Benefits), जिसका निदान अब तक सरकारें ढूंढ नहीं पाई थी और वो है प्रदुषण (Pollution in India)। हालाँकि ये निदान स्थाई नहीं है।
Lockdown Benefits : जो काम सरकारें नहीं कर सकी वो लॉकडाउन ने कर दिया
बीते कुछ सालों की बात करें तो अक्सर ही प्रदुषण को लेकर ख़बरें सामने आती रहती थी। एयर इंडेक्स क्वालिटी (Air Index Quality) के ख़राब होने की बात सामने आती रहती थी। राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) से लेकर देश के अन्य शहरों की वायु गुणवत्ता (Air Quality) पर सवाल खड़े होते रहते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से प्रदुषण की समस्या का हल हो गया है।
दिल्ली समेत देश भर की वायु गुणवत्ता में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है, जिसकी वजह है सड़कों पर गाड़ियों का न के बराबर निकलना। सिर्फ गाड़ियां ही नहीं बल्कि लोग भी घरों से बाहर निकलने से परहेज़ कर रहे हैं, क्योंकि सरकार की तरफ से लगातार अपील की जा रही है कि लोग अपने घरों में ही रहें।
दिल्ली में प्रदुषण 6 साल के निचले स्तर पर
आपको बता दें कि हाल ही में दिल्ली के प्रदूषण का स्तर 6 सालों के बाद नीचे गिरा है। दिसंबर 2019 में दिल्ली का ईक्यूआई लेवल (Delhi IQ Level) जहाँ 500 के करीब पहुँच गया था तो वहीं अब ये लुढक कर 50 पर आ गिरा है। दरअसल, कोरोना (Coronavirus) के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की दिनचर्या एक दम ठप पड़ी है, जो कि एक बड़ी वजह है इस बदलाव की।
कई सालों बाद सांस लेने लायक बनी दिल्ली की हवा
कोरोना के चलते हुए इस लॉकडाउन में दिल्ली के सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही काफी कम हो गयी है। प्रदूषण के स्तर में आई इस गिरावट के चलते कई सालों के बाद दिल्ली की हवा सांस लेने के लायक बनी है। पूरे दिल्ली-एनसीआर में कहीं भी प्रदूषण का स्तर 63 से ऊपर नही मापा गया है।
लॉकडाउन खत्म होने तक और अधिक सुधार की उम्मीद
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो लॉकडाउन खत्म होने तक ये स्तर और नीचे गिर सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिर्फ दिल्ली में ही नही देश के लगभग सभी महानगरों के प्रदूषण स्तर में लगभग 25% की गिरावट देखने को मिली है।
आपको बता दें कि देश भर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है उसकी मियाद 14 अप्रैल को खत्म रही है। हालाँकि लॉकडाउन को खत्म करने या फिर आगे बढ़ाने का फैसला कोरोना के मरीज़ों की संख्या को देखकर ही लिया जाना है।
Written By : AnnuShree Rastogi