WHO : चीन ने फैलाया कोरोना , वुहान है कोविड-19 का जन्मदाता
वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लगभग सभी देश बार बार चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। अमेरिका ने हर बार कोरोना फैलाने के पीछे चीन का हाथ बता रहा था। पूरी दुनिया में वुहान की सच्चाई सामने आ गई है। लेकिन WHO इस बात से हर बार इंकार करता रहा लेकिन , अब अंततः WHO ने भी यह मान लिया है कि इस भयानक वायरस का जन्मदाता चीन है और साथ ही यह भी माना की चीन के गलत जानकारी की वजह से कोरोना पूरे विश्व में फ़ैल चुका है।
अब तक लाखों की मौत
2020 आते ही पहले महीने से कोरोना वायरस पूरी दुनिया के सामने चुनौती बन के खड़ा है। अब तक कई लाख लोग कोरोना पॉजिटिव हैं वहीं लगभग ३ लाख लोग इस बीमारी से अपनी जान गवां चुके है। लगभग 200 देश में अब भी लगातार कोरोना की मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसी के साथ मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। हलाकि कई लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं लेकिन इस बीमारी ने विश्व में दहशत पैदा कर दिया है।
WHO के सामने कोरोना बना चुनौती
WHO के सामने शुरुआत से हीं कोविड-19 सबसे बड़ी चुनौती है। कोरोना की वजह से मौत के आंकड़ें और कोरोना के फैलने का संक्रमण तो दुनिया के सामने सबसे बड़ी परेशानी है लेकिन इन सबके बीच WHO की भूमिका पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। बीते 4 महीनों में बदलती भूमिका और उसके बदलते जवाब, विश्व के सामने who के अस्तित्वा पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।अब तक 4 महीनों से WHO ने हर बार चीन की कोरोना के खिलाफ कोशिशों की तारीफ करता रहा। लेकिन अब ,WHO कोरोना के पैदा होने या इसके फैलने के पीछे चीन के वुहान को ही जिम्मेदार मान रहा है।
WHO ने स्वीकारा चीन है जिम्मेदार
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने अब साफ़ तौर से कहा है कि “कोरोना वायरस में वुहान की मीट मार्केट की भूमिका रही है, लेकिन इस मामले में अभी और रिसर्च की जरूरत है। या तो वुहान के मार्केट से यह वायरस विकसित हुआ या फिर यहां से इसका फैलाव हुआ है। हलाकि , चीन के अधिकारियों ने जनवरी में इस मार्केट को बंद कर दिया था. इतना ही नहीं चीन में , वन्यजीवों के व्यापार में अस्थायी प्रतिबंध भी लगा दिया था.
WHO के फूड सेफ्टी जूनॉटिक वायरस एक्सपर्ट डॉ. पीटर
WHO के फूड सेफ्टी जूनॉटिक वायरस एक्सपर्ट डॉ. पीटर बेन ऐंबरेक का कहना है कि , ‘मार्केट ने इस इवेंट में भूमिका निभाई है, यह साफ है लेकिन क्या भूमिका, यह हमें नहीं पता है. क्या वह वायरस का स्रोत था या यहां से बढ़ा या सिर्फ इत्तेफाक कि कुछ केस मार्केट के अंदर और आसपास पाए गए.’
डॉ पीटर ने कहा कि “यह बात साफ नहीं हो सकी कि जिंदा जानवरों या इन्फेक्टेड दुकानदारों या खरीददारों में से कौन वायरस को मार्केट में लाया. पीटर ने चीन पर लगाए जा रहे अमेरिका के आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया. बता दें कि अमेरिका का दावा है कि उसके पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि वायरस चीन में ही पैदा हुआ था. पीटर के अनुसार ‘रीसर्चर्स को Mers वायरस ऊंटों से पैदा हुआ था, यह पता करने में एक साल लग गया था. अभी देर नहीं हुई है.’ Mers वायरस 2012 में सऊदी अरब में पैदा हुआ था और मिडिल ईस्ट में फैल गया था.”