LOCKDOWN बढ़ने के आसार , प्रधानमंत्री की राज्यों के सीएम के साथ चर्चा
देशव्यापी लॉक डाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चर्चा की । इस पर लॉकडाउन बढ़ाने और प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर चर्चा हुई। इस दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि अभी यात्री ट्रेनें नहीं चलानी चाहिए। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में थे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से बाहर जाने के लिए रणनीति बनाने के लिए राज्यों को वक्त दिया जाना चाहिए।
जानिए , किस मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री से क्या कहा?
छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यों में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने का फैसला राज्यों को सौंपा जाए। राज्य ही तय करें कि रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन कौन-कौन से हों। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत 200 दिन की मजदूरी दी जाए। बघेल ने कहा कि ट्रेन, उड़ान, बस सेवा राज्य की सरकारों से मशविरा करने के बाद ही शुरू की जाएं।
पश्चिम बंगाल – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- केंद्र को उस समय राजनीति नहीं करनी चाहिए, जब देश में कोरोनोवायरस महामारी फैल गई है। हम अंतरराष्ट्रीय सीमाओं और अन्य बड़े राज्यों से घिरे हैं, इसलिए इससे निपटने में चुनौतियां हैं। सभी राज्यों को समान महत्व दिया जाना चाहिए और हमें टीम इंडिया के रूप में मिलकर काम करना चाहिए।
महाराष्ट्र – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- प्रधानमंत्री की लॉकडाउन के संबंध में निश्चित और ठोस निर्देश देने चाहिए। मुंबई में जरूरी सेवाओं के लिए लोकल ट्रेन सर्विस शुरू करने की मंजूरी दी जाए।
पंजाब – पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा- लॉकडाउन बढ़ाया जाए, लेकिन इसके लिए विशेष रणनीति बनाई जाए और राज्यों को आर्थिक शक्तियां दी जाएं ताकि वे लोगों की जिंदगी और रोजगार को बचा सकें। राज्यों को लॉकडाउन से बाहर आने के लिए रणनीति बनाने का मौका दिया जाए।
तमिलनाडु – तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा- हम जानते हैं कि चेन्नई-दिल्ली के बीच 12 मई से ट्रेन शुरू की जा रही है। चेन्नई में पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में 31 मई तक यहां ट्रेन ना चलाई जाए। इसके साथ ही 31 मई तक उड़ानें भी ना शुरू की जाये
यह इंसानी फितरत है: मोदी
प्रवासी मजदूरों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “हमने लोगों से कहा था कि वे जहां पर हैं, वहीं पर रुके रहें। पर लोग अपने घर जाना चाहते हैं, ये इंसानी फितरत है। इसके चलते हमें अपने फैसले बदलने पड़े, लेकिन इसके बावजूद हमें ध्यान रखना है कि संक्रमण न फैले और गांवों तक न पहुंचे। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि यही हमारी सबसे बड़ी चुनौती है।”
केंद्र ने हाल ही में कोरोनावायरस पर मैनेजमेंट को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई थी। इसमें कहा गया था कि बंगाल में जनसंख्या के अनुपात में बहुत कम टेस्ट हुए और यहां मृत्यु दर सबसे ज्यादा 13.2 प्रतिशत है।
गृह मंत्री शाह ने आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल पर दिया जोर
प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्रियों से चर्चा की और उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने इसके उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि , इस ऐप के डाउनलोड बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्रियों को प्रयास करने चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमितों की पहचान में मदद मिलती है।
तीन बार बढ़ चुका है लॉकडाउन
देशव्यापी लॉक डाउन का यह तीसरा सत्र है इसके पहले २ लोखड़ौन और लगे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले 25 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा की थी। पहला लॉकडाउन 21 दिन के लिए लगाया गया था जो 14 अप्रैल को खत्म हुआ था। इसके बाद लॉकडाउन 19 दिन और बढ़ा दिया गया था। तीन मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन को फिर से 14 दिन बढ़ा दिया गया है। अब तीसरा लॉकडाउन 17 मई को खत्म होगा। गौरतलब है कि , सोमवार को मोदी ने 51 दिनों में पांचवीं बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इससे पहले उनकी मुख्यमंत्रियों के साथ चार बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो चुकी है। उन्होंने 20 मार्च, 2, 11 और 27 अप्रैल को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा की थी जिसमे लगातार कोरोना से निबटने को लेकर चर्चा हुई थी।