नई दिल्ली : आज जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।वही सुबह जिस वक्त सब लोग गहरी नींद में सो रहे थे। उसी दौरान जम्मू-कश्मीर के डोडा के पास भूकंप के हलके झटके से धरती हिल रही थी।
उस समय सुबह के चार बजकर 40 मिनट हुए थे।नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.9 मापी गई है। फिलहाल कोई क्षति या हानि की खबर नही है। वही सुबह 09:57 बजे लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए थे । रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.7 रही थी। उससे पहले शनिवार को लद्दाख में भी सुबह 5 बजकर 11 मिनट पर भूकंप के हलके झटके महशुस हुए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मापी गई थी।
भूंकप की सटीक जानकारी
देश में भूंकप की सटीक निगरानी के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने भूकंप के लिहाज से संवेदनशील इलाकों की निगरानी को बढ़ाने का फैसला किया है। उसके तहत देश भर में 35 और निगरानी केंद्र खोले जाएंगे।आने वाले दस महीने के भीतर यह सभी केंद्र पूरी क्षमता से काम करने लगेंगे।इन केंद्रों के खुल जाने से राष्ट्रीय भूंकप निगरानी केंद्र रियल टाइम डाटा एकत्र कर सकेंगे। वही अभी तक राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र देश भर में रिक्टर स्केल पर 3.5 परिमाण के भूकंप और दिल्ली के आसपास के लिए 2.5 परिमाण के भूकंप दर्ज कर पाते है।
चीन से भारत पर लगातार बढ़ रहे हैं साइबर हमले, हुए कई बड़े खुलासे
नए निगरानी सिस्ट
नए निगरानी केंद्रों के आने से और सूक्ष्मता से पृथ्वी के पेट की हलचल का अध्ययन हो सकेगा। नए निगरानी सिस्ट cकी मदद से कम तीव्रता वाले भूकंप भी मापे जा सकेंगे । इतना ही नहीं देश भर के इलाके में भूकंप आने की संवेदनशीलता उसकी भूगर्भीय स्थितियों का आकलन कर पाएगे । नए केंद्रों में सबसे अधिक जोर समुद्र के तटीय इलाकों के साथ पिछले दशक में भूकंप की मार झेलने वाले इलाकों को प्राथमिकता दी गई है। उन नए खुलने वाले केंद्रों में सबसे अधिक पांच केंद्र कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान है।और अन्य राज्यों में चार-चार स्टेशन, उत्तराखंड में तीन, गुजरात और केरल में दो-दो, अरुणाचल, छत्तीसगढ़, हरियाणा, मिजोरम, उड़ीसा, पंजाब में एक-एक निगरानी केंद्र खोला जा रहा है।