नई दिल्लीः ये दिल का मामला है जरा संभलकर। हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग है हमारा दिल। आज की तनाव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल का सीधा असर दिल पर पड़ता है और दिल की बिमारियां बढ़ती जाती हैं। जिन्हे हम नजरअंदाज कर दिया करते हैं। world heart day पर समझे अपने दिल के सिग्नल को, कहीं ये कुछ कहना तो नहीं चाह रहा। दिल जब भी परेशान होता है तो संकेत जरूर देता है। जरूरत है वक्त रहते उन संकेतों को पहचानने की। आपकी हर छोटी बड़ी बात का असर आपके दिल पर होता है। आप परेशान होंगे तो दिल भी परेशान होगा। आज के दौर में तनाव से बचना तो मुश्किल है लेकिन तनाव को कम करने के तरिके अपनाना मुश्किल नहीं।
World Heart Day: युवाओं में बढ़ी हार्ट अटैक की समस्या
पिछले कुछ सालों से बुजुर्गों में ही नहीं युवाओं में तेजी से हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। कुछ केस ऐेसे भी हैं जिनमें हार्ट अटैक के कारण युवाओं की मौत भी हो गई।हार्ट अटैक से होने वाली मौत में 21 साल के युवा भी शामिल हैं। ये एक गंभीर समस्या है आंकड़े बताते हैं कि कम उम्र में हार्ट अटैक की समस्या लगातार बढ़ रही है। युवाओं का दिल अब बेहद कमजोर होता जा रहा है। आज मानव ह्रदय तनाव, तकलीफ और तो और किसी छोटी समस्या या बात को भी नहीं झेल पा रहा।
कमजोर दिल के कारण
बढ़ता तनाव
बढ़ता प्रदूषण
खाने की गलत आदत या गलत खान-पान
मोबाइल और कम्प्यूटर पर बढ़ती निर्भरता
शराब की लत, तंबाकू और स्मोकिंग
दरअसल, युवाओं का दिल कमजोर हो गया है। इसका कारण हैं गलत आदतें और तनावभरी लाइफ। वहीं, आज युवाओं में सहनशक्ति भी बेहद कम हो गई है। वे हर छोटी बात को दिल से लगा लेते हैं। नतीजतन बढ़ती हैं हार्ट से जुड़ी समस्याएं और हार्ट अटैक की आशंका। दुनिया में अलग अलग बीमारियों से मरने वालों में ज्यादातर मौतें दिल की बीमारियों के कारण हुई हैं।
हार्ट अटैक का सबसे बड़ा लक्षण माना जाता है- सीने में तेज़ दर्द. अक्सर किसी फ़िल्मी दृश्य में जब कभी किसी को दिल का दौरा पड़ता है तो वो अपना सीना ज़ोर से जकड़ लेता है। दर्द के मारे उनकी आँखों में घबराहट दिखने लगती है और वो ज़मीन पर गिर पड़ता है। हम सभी को लगता है कि दिल का दौरा पड़ने पर ऐसा ही एहसास होगा जैसे हमारे सीने को कुचला जा रहा है। ऐसी अनुभूति होती भी है, लेकिन हमेशा नहीं। जब दिल तक खून की आपूर्ति नहीं हो पाती तो दिल का दौरा पड़ता है। आमतौर पर हमारी धमनियों के रास्ते में किसी तरह की रुकावट आने की वजह से खून दिल तक नहीं पहुँच पाता। इसीलिए सीने में तेज़ दर्द होता है। लेकिन कभी-कभी दिल के दौरे में दर्द नहीं होता. इसे साइलेंट हार्ट अटैक कहा जाता है।
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हार्ट अटैक से कैसे बचें
हार्ट अटैक के ख़तरे से बचने के लिए युवाओं को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की ज़रूरत है। कुछ हद तक ये योग, अच्छी लाइफस्टाइल और हेल्दी खानपान से ये संभव है। योग इनमें से बेहद कारगर उपाय साबित हो सकता है। वहीं, जंक फूड, शराब की लत और स्मोकिंग को कंट्रोल कर भी हम दिल को खुश रख सकते हैं। वहीं, कम से कम सात घंटे की नींद लेना जरूरी है। पर्याप्त नींद ना लेने के कारण मानव शरीर में दिल से जुड़ी कई बीमारियां सामने आ रही हैं।