जनतंत्र डेस्क Singhu Border: दशहरे की सुबह सिंघु बॉर्डर पर हुए एक शख्स की बर्बर हत्या के बाद किसान नेताओं पर सवाल खड़े हो गए। हालांकि किसान पहले ही साफ कर चुके हैं कि इस हत्याकांड और उसके आरोपी से किसानों का दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं। लखबीर नाम के शख्स की हत्या की जिम्मेदारी निहंग सिखो ने ली है। दशहरे वाले दिन सिंघु बॉर्डर पर दलित व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई थी। मृतक लखबीर सिंह पर आरोप लगाया गया था कि उसने धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की है और इसलिए उसे मौत के घाट उतारा गया है। इसके बाद चार निहंगों ने सरेंडर भी किया। अब निहंगो के साथ बीजेपी कनेक्शन की खबरे आ रही हैं।
दरअसल, लखबीर सिंह की हत्या के बाद अब सोशल मीडिया पर कुछ फोटो तेजी से वायरल हो रही हैं। इसमें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सिंघु बॉर्डर पर बैठे निहंग जत्थेबंदियों के प्रमुखों में शामिल बाबा अमन सिंह को सिरोपा पहनाकर उनका सम्मान कर रहे हैं। फोटो में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और दूसरे BJP नेता भी नजर आ रहे हैं। तस्वीर जुलाई 2021 में कैलाश चौधरी के आवास की बताई जा रही है। तस्वीर सामने आने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने लखबीर सिंह की हत्या को साजिश बताकर बीजेपी पर सवाल खड़े किए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कहा गया कि, बाबा अमन सिंह और बीजेपी नेताओं के बीच हुई इस मीटिंग के बाद गंदी राजनीति की बदबू आ रही है।
Singhu Border: फोटो वायरल होने के बाद गर्माया मामला
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और निहंग बाबा अमन सिंह की फोटो ट्वीट की। गौरतलब है कि सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह की हत्या करने के आरोप में जिन चार निहंगों सरबजीत सिंह, नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंदप्रीत ने सरेंडर किया है, वह चारों ही बाबा अमन सिंह की जत्थेबंदी से ही ताल्लुक रखते हैं। इन चारों के सरेंडर के दौरान दौरान बाबा अमन सिंह खुद आगे रहे। ऐसे में अब किसान मोर्चा ने सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए।
किसान आंदोलन वाली जगह एक दलित शख्स की हत्या के बाद से ही इस प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे थे। लेकिन किसानों ने इस मामले से खुदको अलग करते हुए कहा था कि, अगर गुरू ग्रंथ की बेअदबी हुई है तो इस मामले की जांच होनी चाहिए, क्योंकि कहीं इस बात के सबूत नहीं मिले। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
किसान मोर्चा ने निहंगो को कहा छोड़कर जाएं आंदोलन
आंदोलन के मुख्य मंच के पास हुए लखबीर हत्याकांड में निहंगो के शामिल होने से किसान मोर्चा सतर्क हो गया है। मोर्चा के नेताओं ने निंहगो को आंदोलन छोड़कर जाने के लिए कह दिया है। उन्होंने कहा कि, यह धार्मिक संघर्ष नहीं, किसान संघर्ष है।
केंद्रीय मंत्री के साथ निहंगो की फोटो सामने आने के बाद लखबीर हत्याकांड में नया मोड़ आता नजर आ रहा है। निहंग सिखो के समर्थन से जहां किसान मोर्चा पहले ही इंकार कर चुका है। अब ऐसे में निहंगों की मुश्किल और बढ़ती नजर आ रही है।