जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: लोहड़ी पर गुड़ और तिल का खास महत्व है। गुड़ तिल से बने पकवान से ही लोहड़ी का प्रसाद बनता है। इस दिन गुड़, मूंगफली और तिल से स्वादिष्ट पकवान खाए जाते हैं। लोहड़ी पर तिल और गुड़ से बने प्रसाद का शास्त्रों में महत्व तो है ही साथ ही आयुर्वेद में भी तिल-गुड़ खाने के कई फायदे हैं।
चूंकी लोहड़ी पर्व सर्दियों में आता है और ठंड के मौसम में गुड़, मूंगफली और तिल खास तौर पर खाए जाते हैं। इस मौसम में तिल-गुड़ खाया जाता है क्योंकि तिल की तासीर गर्म होती है। तिल में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनसे कई बीमारियां दूर रहती हैं। लोहड़ी और सक्रांत दोनों ही त्यौहारों पर तिल के लड्डू बनाए जाते हैं। जानते हैं तिल के लड्डू के क्या हैं फायदे
पोषक तत्वों से भरपूर तिल
तिल में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। इसमें सेसमिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। साथ ही तिल में फाइबर और मैग्नीशियम होता है और एंटी-बैक्टीरियल के गुण भी मिलते हैं। इनके अलावा तिल में कई तरह के लवण जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम भी होते हैं।
तिल में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। से खाने से लंग कैंसर, पेट के कैंसर, ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर जैसी बीमारियों के होने की आशंका को कम रहती है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। नियमित तिल का सेवन करने से शरीर में खून की मात्रा सही बनी रहती है।
हाई बीपी मरीजों के लिए फायदेमंद
तिल खाने से हाई बीपी की समस्या कम होती है। साथ ही तिल बालों और त्वचा को मजबूत और सेहतमंद बनाता है। इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर को भरपूर ताकत और एनर्जी देते हैं।