जनतंत्र डेस्क, अफगानिस्तान: तालिबान शासकों ने अफगानिस्तान में रविवार को एक एसे आदेश को लागू कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि देश के सभी महिला टीवी एंकरों को ऑन एयर के दौरान अपना चेहरा ढ़कना जरूरी है। वहीं मानवाधिकार आयोग के कार्यकर्ताओं ने तालिबान के इस आदेश की निंदा की है।
दरअसल तीन दिन पहले तालिबान ने आदेश दिया था कि महिला एंकर चेहरा ढंककर खबर पढ़ें. इस आदेश के बाद कुछ महिला टीवी एंकर चेहरा ढंककर खबर पढ़ती नजर आईं थीं। जिसके बाद TOLOnews की एक टीवी एंकर सोनिया नियाजी ने कहा, “यह सिर्फ एक बाहरी संस्कृति है, जो हम पर थोपी जा रही है, और हमें चेहरा ढंकने के लिए मजबूर करती है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बुरके की वजह से प्रोग्राम के दौरान हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि 1996-2001 तक अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार ने महिलाओं पर कई प्रतिबंधलगाए थे जिनमें बुर्का पहनना अनिवार्य कर दिया गया था। साथ ही उन्हें सार्वजनिक जीवन से प्रतिबंधित कर दिया गया था। अगस्त 2021 में एक बार फिर से सत्ता में वापसी के बाद तालिबान ने अपने प्रतिबंधों को कुछ हद तक कम कर दिया था। महिलाओं के लिए किसी भी तरह के ड्रेस कोड की व्यवस्था नहीं की थी लेकिन हाल के कुछ हफ्तों में तालिबानी शासकों की ओर से एक के बाद एक प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा छठी क्लास के बाद लड़कियों को स्कूल जाने से रोक दिया गया है।