अर्पिता फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ दर्ज की है, दूसरी तहरीर
Narrator Aniruddhacharya Maharaj: उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के वृंदावन थाना क्षेत्र के भागवत कथावाचक अनिरुद्धाचार्य अपने अटपटी और आपत्तिजनक टिप्पणियों की वजह से आये दिन सुर्खियों में बने रहने वाले, अब माता सीता और द्रौपदी पर की गई, आपत्तीजनक टिप्पणी को लेकर फिर से चर्चा में आ गयें हैं।बता दें, शनिवार को हिंदू संगठनों ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने संबंधी तहरीर दी थी, वहीं बाद में रविवार को अर्पिता फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस को इनकी तहरीर दी। हालांकि वे अपने वक्तव्य पर सफाई दे रहे हैं, लेकिन वृंदावन से लेकर मथुरा में इसका विरोध काफी बड़ रहा है।
इससे पहले भी कर चुके है, धर्म और संस्कृति के खिलाफ टिप्पणी…
Narrator Aniruddhacharya Maharaj: अनिरुद्धाचार्य की टिप्पणी की चर्चा के चलते अर्पिता फाउंडेशन के संस्थापक प्रदीप बनर्जी ने वृंदावन कोतावली के क्राइम इंचार्ज को सौपें गये प्रार्थना पत्र में अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं उन्होंने महामंडलेश्वर इंद्रदेवेश्वरानंद द्वारा पैरों पर स्वास्तिक का निशान बनाए जाने का भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि एक धर्माचार्य के लिए इस प्रकार का कार्य करना शोभा नहीं देता है। प्रदीप के मुताबिक माता सीता और द्रौपदी को लेकर, आपत्तीजनक टिप्पणी करना नारी समाज का अपमान है। भागवत प्रवक्ता को अपनी कथा के दौरान भाषा का ध्यान रखना चाहिए , न कि एसी कोई टिप्पणी करनी चाहिए। बता दें, कि अनिरुद्धाचार्य ने इससे पहले भी कई बार धर्म और संस्कृति के खिलाफ आपत्तीजनक बाते बोली हैं, जो कि उनके बड़बोले पन और उनके अपने ज्ञान को भी दर्शाता है। प्रदीप ने अपनी तहरीर में पुलिस से अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
विरोधियों ने की कथा पर रोक लगाने की मांग
Narrator Aniruddhacharya Maharaj: आचार्य मनमोहन रामानुज ने कड़ी नींदा जाहिर करते हुए कथावाचक के खिलाफ केस दर्ज कर कथाओं को रोकने की भी मांग की है। इस मौके पर नारायणी सेना न्यास के जिला अध्यक्षा सुनैना गुप्ता भी मौजूद थीं। नारायणी सेना न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ शीतल आचार्य ने कथावाचक द्वारा नारी शक्ति के प्रति की गई अभद्र टिप्पणी पर रोष जताते हुए इसे नारी शक्ति का अपमान बताया है। उन्होने सीधे धमकी भरे शब्दों में कहा, कि अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जाये, और उनके कथा करने पर रोक लगा दी जाए, वरना वह नारी समाज के इस अपमान का बदला सड़कों पर उतर कर लेंगे।