Adi Kailash Yatra 2025: आदि कैलाश यात्रा 2025 शुक्रवार से शुरू हो गई है, जिसके पहले दिन तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था शिखर के दर्शन के लिए पहुंचा। शिखर से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित शिव-पार्वती को समर्पित मंदिर भी रंग समुदाय द्वारा पारंपरिक अनुष्ठान करने के साथ 2 मई दोपहर 12 बजे भक्तों के लिए खोल दिया गया। मंदिर के कपाट खुलते ही भक्तों ने बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए।
इस कड़ाके की ठंड के बीच भगवान भोलेनाथ के दर्शनों को आए कई श्रद्धालुओं ने पार्वती सरोवर में पवित्र स्नान किया। इसके बाद शिव मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। यहां करीब सैकड़ो की संख्या में लोगों के पहुंचने से पूरे क्षेत्र में रौनक बढ़ गई है। इस दौरान डॉ चन्द्रशेखर जोशी, गीता जोशी, कविता जोशी सहित भाड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण व पर्यटक मौजूद रहे।
यात्रा की विधिवत शुरूआत ज्योलिंगकांग मंदिर में पूजा अर्चना के साथ मानी जाती है। कुटी गांव के ग्रामीण धामी वीरेंद्र सिंह कुटियाल, चैन सिंह कुटियाल,गोपाल कुटियाल और हरीश कुटियाल की अगुवाई में सामूहिक पूजा करेंगे। सामूहिक पूजा की शुरूआत सुबह सात बजे होगी। पूजा से पहले पार्वती झील में स्नान होगा।
यात्रा से पहले मौसम का खलल
आदि कैलाश यात्रा 2025 की शुरुआत में मौसम की बाधा यात्रियों के साहस की परिक्षा ले रहा है। इन दिनों रोज हो रही बारिश और ओलाबाड़ी को देखते हुए यात्रा को स्थागित कर रहे हैं। दो दिन से लगातार सीमांत में मौसम के खराब रहने से यात्री अभी अपेक्षा से कम यहां पहुंच रहे है। मौसम विभाग विक्रम सिंह ने बताया कि 7 मई तक हल्की बारिश और ओलाबाड़ी के आसार बनें रहेंगे।
224 कर्मियों के हवाले होगी यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था
कल से शुरू हो रही विकासखंड धारचूला के उच्च हिमालयी व्यास घाटी क्षेत्र की प्रसिद्ध आदि कैलास व ऊं पर्वत यात्रा के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। इस प्रसिद्ध धार्मिक यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत 224 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। गुंजी में पुलिस का अस्थाई थाना बना दिया गया है। जिसमें पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई है।
यात्रा हेतु निर्धारित दो रूट
- घाट – पिथौरागढ़ – कनालीछीना – ओगला – धारचुला – पांगला – गुंजी – ज्योलिंगकांग
- सेराघाट – बेरीनाग – उडियारी – थल – डीडीहाट – ओगला – धारचुला – पांगला – गुंजी – ज्योलिंगकांग