Atiq Ahmed News: अतीक अहमद, एक नाम जो कभी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में खौफ का पर्याय था। 1979 में 17 साल की उम्र में हत्या के आरोप से शुरू हुआ उनका सफर, जल्द ही अपराध की दुनिया में एक विशाल साम्राज्य बन गया। चांद बाबा जैसे दिग्गज माफिया को पछाड़कर अतीक ने IS-227 गैंग के साथ तीन दशकों तक आतंक का राज कायम किया। रंगदारी, हत्या, अपहरण और अवैध संपत्तियों का जाल बिछाकर उन्होंने न सिर्फ अपराध, बल्कि राजनीति में भी दबदबा बनाया, जहां वे सांसद और पांच बार विधायक रहे। उनकी कहानी गरीबी से निकलकर अर्श तक पहुंचने और फिर फर्श पर गिरने की है, जो बॉलीवुड की थ्रिलर फिल्मों को टक्कर देती है। माफिया अतीक तो मौत की नींद सो गया, लेकिन उसका गैंग अभी भी उसकी दहशत को कायम रखना चाहता है।
अतीक गैंग पर पुलिस का शिकंजा
माफिया अतीक अहमद की मौत के बाद भी उसका गैंग सक्रिय है। हाल की खबरों के अनुसार, प्रयागराज में अतीक के साढ़ू इमरान और उनके भाई जीशान उर्फ जानू समेत अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी और कुर्क की गई जमीनों पर अवैध कब्जा और प्लॉटिंग के आरोप में करेली थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं।
यह कार्रवाई 27 जून 2025 को हुई, जिसमें इमरान, जीशान, और अन्य आरोपियों द्वारा गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क जमीनों पर कब्जा कर फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचने का आरोप है। पुलिस ने लेखपाल सुभाष चंद्र दिवाकर और थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या की तहरीर पर ये मुकदमे दर्ज किए हैं।
अतीक के भांजे को भी किया था गिरफ्तार
इसके अलावा, अतीक के भांजे मोहम्मद जका को 27 दिसंबर 2024 को पूरामुफ्ती पुलिस ने 10 लाख रुपये की रंगदारी और मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया। उसके पास से एक तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए। अतीक के बेटों, मोहम्मद उमर और अली अहमद, पर भी पांच करोड़ रुपये की रंगदारी और अपहरण के आरोप में मुकदमा दर्ज है, जिसका ट्रायल शुरू हो चुका है।
कुर्क जमीनों पर नए नोटिस बोर्ड
पुलिस और प्रशासन ने अतीक गैंग के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है, जिसमें अवैध संपत्तियों की कुर्की और गिरफ्तारी की प्रक्रिया शामिल है। करेली थाने में दर्ज मुकदमों में इमरान और जीशान के अलावा अन्य आरोपियों की तलाश जारी है, और पुलिस ने कुर्क जमीनों पर नए नोटिस बोर्ड लगाए हैं।