Auraiya Murder Case : कहते हैं की पति- त्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता हैं। लेकिन यहां एक पत्नी ने इस रिश्ते को कलंकित कर दिया। मेरठ में सौरभ राजपूत हत्याकांड का मामला अभी थमा भी नहीं था कि एक वैसा ही मामला औरैया से भी सामने आ गया। जिसके बारे में जिसने भी सुना वो अंदर से थर्रा गया। सभी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर पत्नियां क्यों अपने पतियों की जान की दुश्मन बनी हुई हैं। 5 मार्च को शादी हुई और 19 मार्च को मौत की नींद सुला दिया। जिसके साथ शादी के सात फेरे लिए उसी की मौत का सौदा कर दिया और कीमत लगी महज 2 लाख रूपये बस।
पति की जान की दुश्मन बनी पत्नी
यह महिला भले ही आपको देखने में मासूम लग रही होऔर शायद अपने किए पर पछतावा भी हो। लेकिन इस मासूम चेहरे के पीछे जो दरिंदगी और बेरहमी छुपी है। उसे सुनकर आपके पैरो तले जमीन खिसक जाएगी। मेरठ की मुस्कान का खौफनाक चेहरा पूरे देश ने देखा, लेकिन मुस्कान जैसी फितरत वाली कई और भी महिलाएं है। अभी मेरठ मुस्कान हत्याकांड का मामला थमा भी नहीं था कि मेरठ से कुछ किलोमीटर की दूरी पर औरैया जिला है जहां से एक वैसा ही मासला सामने आया। जहां मुस्कान ने अपने पति के 15 टुकड़े किए, तो वही अब एक पत्नी ने शादी के महज 15 दिन बाद अपने ही पति को मौत की नींद सुला दिया।
15 दिन बाद प्रेमी के साथ ली पति की जान
5 मार्च को ही दिलीप की शादी हुई थी। नई दुनिया बसाने के भी उसने सपने देखने शुरू ही किए थे। लेकिन उसे क्या ही पता था कि 19 मार्च को उसे ये दुनिया ही छोड़नी पड़ेगी। क्योंकि उसे नहीं पता था कि उसकी नई नवेली दुल्हन का दिल कही और हैं और दिमाग दिलीप के पैसो में लगा हैं। दरअसल पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर दिलीप की हत्या की साजिश रच डाली। पत्नी ने अपने पति को मारने के लिए 2 लाख रूपये की सुपारी देकर मरवा दिया। वो भी उन रुपयों से जो उसे शादी में मुंह दिखाई और शादी के तमाम रश्मो के दौरान मिले थे।
पुलिस ने लगाया कातिल का पता
दरअसल ये पूरा मामला यूपी के औरैया जिले के सहार थाने का है। यहां पर 19 मार्च को खेत में दिलीप घायल हालत में मिला था। जिसके बाद पुलिस दिलीप को अस्पताल में गई। जहां इलाज के दौरान दिलीप ने दम तोड़ दिया। उसके बाद मृतक के भाई ने थाने में FIR दर्ज कराई। सहार थाना पुलिस और सर्विलांस पुलिस के साथ-साथ एसओजी की टीम जांच-पड़ताल में जुट गई। सीसीटीवी खंगाले जाने लगे तभी दिखा कि एक शख्स दिलीप को बाइक पर बैठाकर ले जा रहा था। पुलिस की तफ्तीश शुरू हुई तो कई दफन राज परत दर परत खुलते गए। दिलीप का कातिल कोई और नहीं बल्कि दिलीप की नई नवेली दुल्हन निकली। जांच में पता चला कि 22 साल के दिलीप की शादी फफून थाना क्षेत्र की रहने वाली प्रगति यादव से 5 मार्च को ही हुई थी। लेकिन प्रगति के दिल में तो कोई और था।
दो लाख में किया पति की मौत का समझौता
अनुराग और प्रगति यादव एक ही गांव के रहने वाले थे और 4 साल से दोनों एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करते थे। लेकिन दोनों के इश्क को घरवालों की मंजूरी नहीं मिली। प्रगति के घर वालों ने उसकी शादी दिलीप से कर दी लेकिन प्रेमी की याद में तड़पती प्रगति को तो अनुराग के साथ जिंदगी गुजारनी थी। तभी उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति दिलीप को मौत के घाट उतार दिया। प्रगति ने अनुराग से कहा कि सुनो दिलीप बहुत पैसे वाला है उसकी मौत के बाद हम उसके पैसों से बड़े ही ऐशो आराम से जिंदगी गुजारेंगे। इसी साजिश के तहत प्रगति ने अनुराग को ₹1 लाख एंडवास में दिए थे। अनुराग ने सुपारी किलर रामजी नागर को दिलीप को रास्ते से हटाने का सौदा 2 लाख में तय किया। दिलीप को क्या पता था कि उसके साथ सात जन्म का वादा करने वाली उसकी पत्नी ही उसकी मौत की साजिश प्रेमी के साथ मिलकर इसी जन्म में रच देगी। पति दिलीप को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी प्रगति ने अपने प्रेमी बबलू यादव से बात की थी।