Bangladesh News : बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ चल रहे आंदोलनों के बीच सेना और छात्र नेताओं के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस दौरान जातीय नागरिक पार्टी (NCP) के प्रमुख आयोजक हसनत अब्दुल्ला ने सेना प्रमुख जनरल वकार उज-जमान को लेकर हैरान कर देने वाला दावा किया है। हसनत के मुताबिक, जनरल जमान मोहम्मद यूनुस को सलाहकार के रूप में नियुक्त नहीं करना चाहते थे।
हसनत अब्दुल्ला का बयान
जातीय नागरिक पार्टी (NCP) के प्रमुख आयोजक हसनत अब्दुल्ला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में हसनत अब्दुल्ला ने कहा कि “सेना प्रमुख ने मोहम्मद यूनुस की साख पर सवाल उठाते हुए उन्हें यह पद नहीं देना चाहते थे। नोबेल पुरस्कार विजेता होना और उनकी सुधारवादी छवि के बावजूद, वह इस पद के लिए जिम्मेदार व्यक्ति नहीं थे।”
मोहम्मद यूनुस का होगा तख्तापलट!
इसके साथ ही जनरल जमान ने देश की बागडोर सही हाथों में सौंपने की जरूरत पर जोर दिया था। दरअसल लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद फैजुर रहमान और सेना प्रमुख जनरल वकार उज-जमान के बीच काफी मतभेद चल रहे हैं। दोनों के मतभेदों ने स्तिथि को जटिल बनाया हुआ है। फैजुर रहमान के नेतृत्व में जमान के विरोधी जनरलों ने उन्हें पद से हटाने की मांग की थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जनरल जमान को भारत समर्थक के रूप में देखा जाता है।
बता दें कि बांग्लादेश की सेना दो गुट में बटी हुई है। एक गुट जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठनों का समर्थन करता है, जबकि दूसरा अवामी लीग के साथ जुड़ा हुआ है। इन गुटों के बीच तनाव और मतभेद बना रहता है। जिससे स्थिति अस्थिर हो गई है।






 
  
  
  
  
 



 
                                









 
			




































































 
			
 
                                








 
							
 
  
  
 