Bihar Vidhansabha Election 2025: बिहार की सियासी जमीन पर 2025 का विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही हलचल मची है। सत्ता की इस जंग में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, जबकि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और छोटे दल समीकरण बिगाड़ने को तैयार हैं। नीतीश कुमार की जेडीयू और बीजेपी की जोड़ी एक तरफ सत्ता की मजबूती का दम भर रही है, तो दूसरी ओर तेजस्वी यादव की राजद और सहयोगी दल विपक्षी लहर को भुनाने की कोशिश में हैं।
क्या कहता है सी वोटर सर्वे?
चिराग पासवान और प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में चर्चा का विषय बने हुए हैं। बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले सी-वोटर का ताजा सर्वे (जून 2025) बताता है कि मुख्यमंत्री के लिए जनता की पसंद में तेजस्वी यादव पहले नंबर पर हैं। उनके पास 34.6% लोगों का समर्थन है, लेकिन फरवरी 2025 (40.6%) से उनकी लोकप्रियता 6% घटी है। दूसरे नंबर पर प्रशांत किशोर (पीके) हैं, जिन्हें 18.4% लोग पसंद करते हैं। तीसरे स्थान पर नीतीश कुमार हैं, जिनके पास 17.4% समर्थन है। चिराग पासवान 9.9% के साथ चौथे और सम्राट चौधरी 9.6% के साथ पांचवें स्थान पर हैं।
चिराग-प्रशांत किशोर में छिड़ी जंग
चिराग पासवान को फरवरी 2025 में सिर्फ 3.7% लोग उन्हें पसंद करते थे। अप्रैल में यह बढ़कर 5.8% हुआ, फिर जून में 10.6% तक पहुंचा। अब जून के अंत में 9.9% है। यानी चार महीनों में उनकी लोकप्रियता लगभग 6% बढ़ी, लेकिन जून में थोड़ी गिरावट आई। वहीं प्रशांत किशोर (पीके) के पास फरवरी में 14.9% समर्थन था। अप्रैल में बढ़कर 17.2%, मई में 16.4%, और अब जून में 18.4%। चार महीनों में उनकी लोकप्रियता में लगभग 3.5% की बढ़ोतरी हुई। आंकड़ों को देखते हुए तेजस्वी अभी भी सबसे पसंदीदा हैं, लेकिन चिराग और पीके ने चार महीनों में अपनी लोकप्रियता बढ़ाई है। चिराग की रफ्तार तेज रही, लेकिन पीके लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
बिहार का चुनावी माहौल तीखे भाषणों, जातिगत गणित, और रणनीतिक दांवपेचों से सरगर्म है। सर्वे में इंडिया गठबंधन को मामूली बढ़त दिख रही है, लेकिन एनडीए की एकजुटता और नीतीश की साख इसे रोमांचक बनाती है। जन सुराज और छोटे दल नया मोड़ ला सकते हैं। आंकड़े भले ही संकेत दे रहे हों, लेकिन बिहार की जनता का मूड और मतदान का दिन ही तय करेगा कि सत्ता का ताज किसके सिर सजेगा?















