बिहार चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बड़ा ऐलान करके सूबे की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी पार्टी राजद (राष्ट्रीय जनता दल) सत्ता में आती है तो युवाओं के लिए रोजगार और किसानों के लिए राहत की नई योजनाएं तुरंत लागू की जाएंगी। तेजस्वी ने यह घोषणा पटना में आयोजित एक रैली के दौरान की, जिसमें भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहा कि बिहार को बेरोजगारी और पलायन की राजनीति से मुक्त कराना उनका सबसे बड़ा लक्ष्य है।
तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों में बिहार में विकास की गति रुक सी गई है और युवाओं को केवल वादों के सहारे छोड़ दिया गया है। तेजस्वी ने दावा किया कि उनकी सरकार आने पर हर जिले में इंडस्ट्रियल हब, स्किल सेंटर और रोजगार पोर्टल खोले जाएंगे ताकि स्थानीय स्तर पर नौकरियों के अवसर बढ़ें।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने किसानों के लिए भी कई वादे किए। उन्होंने कहा कि किसानों को फसलों का उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली और बीज-खाद पर सब्सिडी देने की योजना भी उन्होंने पेश की। तेजस्वी ने कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कृषि और उद्योग दोनों को समान प्राथमिकता दी जाएगी।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर बात करते हुए तेजस्वी ने घोषणा की कि अगर राजद की सरकार बनती है तो महिलाओं के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष योजनाएं चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए “महिला रोजगार मिशन” की शुरुआत की जाएगी, जिससे लाखों महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
तेजस्वी यादव के इस बड़े ऐलान के बाद बिहार की सियासत में नई गर्माहट आ गई है। विरोधी दलों ने इसे चुनावी वादा करार दिया, जबकि राजद समर्थक इसे “बिहार के लिए नया विजन” बता रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या तेजस्वी के ये वादे चुनावी मैदान में उन्हें बढ़त दिला पाते हैं या फिर यह सिर्फ राजनीतिक रणनीति साबित होती है।