BRICS Nation Support India: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के निंदा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की जा रही है। दरअसल शुक्रवार 6 जून को को ब्रासीलिया में आयोजित BRICS संसदीय मंच ने इस हमले की कड़ी निंदा की गई। सभी ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करने का संकल्प लिया। यह निंदा पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। क्योंकि इसमें चीन के अलावा कई मुस्लिम देश शामिल थे।
पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई निंदा
BRICS संसदीय पैनल में चीन के साथ-साथ कई मुस्लिम देश भी शामिल हैं। इस मंच में भारत, ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, मिश्र, इथियोपिया और इंडोनेशिया के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस बैठक में भारत का नेतृव लोकसभा ओम बिड़ला ने किया। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का दल दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजे गया था, ताकि वह पाकिस्तान के आतंकवाद को दुनिया के सामने बेनकाब कर सकें।
ओम बिड़ला के चार अहम बिंदू
BRICS में संबोधन देते हुए ओम बिड़ला ने कहा कि “आतंकवाद आज वैश्विक संकट बन चुका है, इसका सामना केवल अंतरराष्ट्रीय सहयोग के साथ ही किया जा सकता है। उन्होंने चार प्रमुख बिंदुओं ने सबका ध्यान केंद्रत किया।
- आतंकी संगठनों की आर्थिक मदद बंद करना
- इंटेलिजेंस साझा करने की क्रिया तेज करना
- तकनीक के गलत इस्तेमाल को रोका जाना व जांच
- न्यायिक क्रिया में सहयोग बढ़ाना”
आतंकवाद पर सभी एकजुट
ओम बिड़ला की बातों को बैठक में मौजूद सभी देशों ने एकमत से स्वीकार करते हुए अंतिम घोषणा पत्र में शामिल किया। वहीं लोकसभा सचिवालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, संयुक्त घोषणा पत्र में भारत के पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई है। साथ ही सभी RICS देशों के संसदों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करने की सहमति दी।